कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या को लेकर देशभर में आक्रोश व्याप्त है। इसी क्रम में झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी नें राज्य की हेमंत सरकार पर जुबानी हमला करते हुए रांची में दुष्कर्म की घटना पर सवाल उठाए हैं। बाबूलाल मरांडी ने एक्स पर लिखा है
राजधानी रांची दुष्कर्म के मामले में पहले स्थान पर…
प्रदेश की राजधानी रांची में दुष्कर्म की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं, रांची सहित पूरे प्रदेश में महिलाएं डर के साए में रहने को विवश हैं। सोचिए ये हाल अगर राजधानी रांची का है, तो अन्य जिलों एवं शहरों का हाल और कितना भयावह होगा।
राजधानी रांची भर में,
2022 में 190 महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं घटी, जो 22% की वृद्धि के साथ 2023 में 232 तक जा पहुंची। इस साल में जून तक ही यानी महज 6 महीने में महिलाओं के साथ अपराध की संख्या 113 तक पहुंच गई है। दुष्कर्म की घटनाओं का औसत निकालें तो प्रतिमाह 20 दुष्कर्म की घटनाएं घटित हो रही हैं, लेकिन हेमंत सरकार को इसके बाद भी महिला सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है।
हेमंत सरकार में महिलाओं के साथ जिस तरह से रेप और दुष्कर्म की घटनाओं में बाढ़ आई है, उससे यह साफ स्पष्ट हो जाता है कि खुद को संवेदनशील कहने वाली यह सरकार, महिला सुरक्षा जैसे संवेदनशील मामले में कितनी असंवेदनशील है!