जमशेदपुर। कोल्हान विश्वविद्यालय सहित राज्य में संचालित हो रहे कई बीएड कॉलेजों की एनसीटीई की मान्यता इस बार खतरे में पड़ सकती है। एनसीटीई की ओर से सभी बीएड कॉलेजों में छात्रों के अनुपात में उपलब्ध शिक्षकों की संख्या का गोपनीय ऑडिट कराया जा रहा है। बीएड कॉलेजों में शिक्षकों की संख्या की जांच का जिम्मा विश्वविद्यालयों को दिया गया है। जांच पूरी करने के बाद विश्वविद्यालय इस जांच की गोपनीय रिपोर्ट एनसीटीई को सुपुर्द करेगा। उसी गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर एनसीटीई द्वारा मान्यता रद्द करने अथवा बहाल रखने का निर्णय लिया जाएगा। एनसीटीई में बीएड कॉलेजों द्वारा दर्ज परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट के अनुरूप शिक्षक संख्या हुई तो एनसीटीई की मान्यता बहाल रहेगी, अन्यथा कॉलेजों को मान्यता से हाथ धोना पड़ेगा। दरअसल, नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने सभी बीएड कॉलेजों से परफॉर्मेंस एप्रेजल रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। इस रिपोर्ट में बीएड कॉलेजों को छात्र संख्या से लेकर शिक्षक संख्या व कांफ्रेंस-सेमिनार की पूरी विस्तृत जानकारी एनसीटीई को भेजनी है। इस रिपोर्ट में तो सभी प्राइवेट कॉलेज सबकुछ मानक के अनुरूप दिखाते-बताते हैं, लेकिन वास्तव में इस अप्रेजल रिपोर्ट की जमीनी हकीकत वैसी ही है, अथवा शिक्षकों की संख्या सिर्फ कागजों में है, इसका अब सत्यापन होगा। इसके लिए प्राइवेट बीएड कॉलेजों द्वारा दिए गए अपने परफार्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट के आधार पर कोल्हान विश्वविद्यालय को अपनी गोपनीय जांच रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है।