हजारीबाग। हजारीबाग की ओपन जेल से तीन बांग्लादेशी कैदियों के फरार होने की घटना ने जेल प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। डिटेंशन सेंटर में रखे गए दो महिला और एक पुरुष कैदी शुक्रवार देर रात से शनिवार तड़के के बीच फरार हो गए। ये तीनों अवैध प्रवास के आरोप में झारखंड की अलग-अलग जेलों से ट्रांसफर होकर हजारीबाग ओपन जेल आए थे।
फरार होने वालों में रीना खान उर्फ फिना देवी (गाजीपुर, ढाका), निपाह अख्तर खुशी (चाटग्राम), और मोहम्मद नजमूल हंग (बागेरहाट) शामिल हैं। तीनों की पहचान के लिए प्रशासन ने शारीरिक विवरण और चिन्हों की जानकारी भी साझा की है।
घटना की सूचना मिलते ही हजारीबाग उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह मौके पर पहुंचे और पूरे मामले का स्थलीय निरीक्षण किया। इस बीच सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं और तलाशी अभियान तेज़ कर दिया गया है। हालांकि, जेल अधीक्षक अवकाश पर हैं और जेलर से फिलहाल संपर्क नहीं हो पाया है।
गौरतलब है कि हाल के महीनों में हजारीबाग ओपन जेल से आत्महत्या जैसी घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं। ऐसे में यह फरारी जेल प्रबंधन की गंभीर लापरवाही और सुरक्षा चूक को उजागर करती है।अब प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि फरार कैदियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और इस घटना की जवाबदेही तय की जाए।