मिरर मीडिया : लोक आस्था का सबसे बड़ा महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है। आज अस्तचलगामी सूर्य यानी संध्या को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। अर्घ्य पूर्व घाट पर सायं काल में बांस की टोकरी में छठ पूजा में उपयोग होने वाली सभी सामग्रियों, फल और पकवान इत्यादि को सूप में सजाया जाता है। व्रती कुछ देर छठ माता की बेदी के पास बैठकर उनकी पूजा करती हैं, गीत गाती हैं। फिर सूर्यास्त के शुभ मुहूर्त पर तालाब या नदी के पानी में उतरकर भगवान भास्कर को अर्घ्य देती हैं। अगले दिन सूर्योदय से पहले व्रती फिर घाट पर जाती हैं और छठ माता की बेदी के पास बैठकर पूजा करती हैं। सूर्योदय के समय तय मुहूर्त में भगवान सूर्य को अर्घ्य देती हैं। इस प्रकार उगते हुए सूर्य को अर्ध्य के साथ 36 घंटे के निर्जला व्रत को तोड़ते हुए पारण किया जाता है और इसी के साथ व्रत का समापन हो जाता है।
छठ के महापर्व को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को छठ महापर्व की बधाई दी है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘सूर्यदेव और प्रकृति की उपासना को समर्पित महापर्व छठ की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान भास्कर की आभा और छठी मइया के आशीर्वाद से हर किसी का जीवन सदैव आलोकित रहे, यही कामना है।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, समस्त देशवासियों को सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं। छठी मैया सभी को सुख, शांति, समृद्धि और आरोग्य प्रदान करें।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी ट्वीट किया
छठ महापर्व की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। सूर्य देवता आपके जीवन को सुख, शांति और समृद्धि से परिपूर्ण करें, यही मंगलकामना है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदेश वासियों व श्रद्धालुजनों को भगवान सूर्य की उपासना के महापर्व ‘छठ’ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
उन्होंने कहा, छठी मइया की कृपा से लोक आस्था का यह महापर्व संपूर्ण सृष्टि के लिए सुख-समृद्धि तथा आरोग्यता का कारक बने, यही कामना है। जय छठी मइया!