मिरर मीडिया : महापर्व छठ को लेकर लाखों की संख्या में रेल से यात्री आवागमन करते है पर सुविधाओं के आभाव में काफ़ी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। आलम ये है कि कई लोग छठ में अपने घर ट्रेन से जा नहीं पाते हैं लिहाज़ा कोई वैकल्पिक उपाय कर अपने गणतंव्य जाते हैं। वहीं इधर 3 दिन पूर्व धनबाद रेल मंडल के टनकुप्पा में हुए मालगाड़ी दुर्घटना के कारण अब तक रेल यातायात सामान्य नहीं हो पाया है।

ऐसे में धनबाद से लोक आस्था का महापर्व कार्तिक छठ के मौके पर बिहार के विभिन्न जिलों में जाने वाले व्रतियों एवं यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। धनबाद से गुजरने वाली मौर्य एक्सप्रेस और धनबाद से खुलने वाली गंगा दामोदर एक्सप्रेस एवं गंगा सतलज एक्सप्रेस में यात्री जनरल बोगी में भेड़ बकरियों की तरह सवार होकर सफर करने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं आरक्षित बोगियों में भी जनरल टिकट से सफर करने वाले यात्री प्रवेश कर जा रहे हैं।

ऐसे में पॉकेटमारो की चांदी कट रही है। बीती रात कई यात्रियों की पॉकेटमारी हो गई जिसमें किसी के जेब से 50000 तो किसी के जेब से 10000 तो किसी का सोने का लॉकेट तो किसी का सोने का चैन गायब कर पॉकेटमार चलते बने। वहीं जीआरपी और आरपीएफ, RPSF के जवान, अपराधियों पर लगाम लगाने में अक्षम साबित हो रहे हैं। धनबाद से बिहार के अलग-अलग जिलों के लिए छठ स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था नहीं होने से धनबाद रेल मंडल यात्रियों की भीड़ को संभालने में नकारा साबित हो रहा है।