रूस के कमचटका प्रायद्वीप में बुधवार को 8.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसे स्थानीय प्रशासन ने दशकों का सबसे ताक़तवर झटका बताया है। भूकंप के झटके के तुरंत बाद रूस, जापान और प्रशांत महासागर के द्वीपों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई।
USGS (यूएस जियोलॉजिकल सर्वे) के मुताबिक, भूकंप की गहराई समुद्र तल से लगभग 10 किलोमीटर नीचे थी, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। कुरिल द्वीप पर लगभग 4 मीटर (13 फीट) ऊंची सुनामी की लहरें उठीं, जिससे कई इमारतों को नुकसान पहुंचा और स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर भागना पड़ा।
🌊 जापान और अलास्का भी अलर्ट पर
जापान के होक्काइडो द्वीप और रूस के कुछ तटीय क्षेत्रों में पहली सुनामी लहरें दर्ज की गईं, जो फिलहाल 30-40 सेंटीमीटर की थीं। लेकिन जापानी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि दूसरी और तीसरी लहरें ज्यादा ऊंची और घातक हो सकती हैं।
इस बीच, अलास्का के एमचिटका ज्वालामुखीय द्वीप पर समुद्र के जलस्तर में लगभग 1 फुट की वृद्धि दर्ज की गई, जिसे अब तक की सबसे ऊंची लहर माना जा रहा है।
📢 क्या कहा अधिकारियों ने?
रूसी आपातकालीन विभाग ने कहा है कि “भूकंप के केंद्र के आसपास के क्षेत्रों में पूरी सतर्कता बरती जा रही है और लोगों को ऊंचे स्थानों की ओर भेजा जा रहा है। फिलहाल किसी जानमाल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन हालात पर नजर रखी जा रही है।”
🌐 वैश्विक अलर्ट और निगरानी
इस भूकंप और सुनामी चेतावनी ने पूरे प्रशांत क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है। अमेरिका, जापान और अन्य देशों की निगरानी एजेंसियां समुद्री गतिविधियों पर पैनी नजर रखे हुए हैं।