बीबीएमकेयू में नई शिक्षा नीति के तहत शुरू होने जा रहा है चार वर्षों का होगा यूजी प्रोग्राम : आठ सेमेस्टर में 176 क्रेडिट की करनी होगी पढ़ाई

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मिरर मीडिया धनबाद : बीबीएमकेयू में इसी सत्र से नई शिक्षा नीति के तहत यूजी प्रोग्राम को लागू किया जाएगा। इस बाबत बीबीएमकेयू के कुलपति प्रो. सुखदेव भोइ ने कहा कि नई शिक्षा नीति का ड्राफ्ट प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने सभी डीन व विभागाध्यक्षों से नई शिक्षा नीति को विश्वविद्यालय में बेहतर ढंग से लागू करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक सिलेबस तैयार करना होगा।

इस मौके पर विश्वविद्यालय के नई शिक्षा नीति समन्वयक डा. धनंजय कुमार सिंह ने ड्राफ्ट प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि झारखंड के सभी विश्वविद्यालय में इस ड्राफ्ट के अनुसार ही सिलेबस तैयार किया जाएगा। इसी ड्राफ्ट को पिछले दिनों रांची में सभी विश्वविद्यालय के एनइपी को-ऑर्डिनेटर्स की बैठक में स्वीकार किया गया है। आपको बता दें कि यूजी प्रोग्राम चार वर्षों का होगा। पूरे प्रोग्राम के दौरान छात्रों को 176 क्रेडिट की पढ़ाई करनी होगी। जबकि इस दौरान छात्रों का आठ सेमेस्टर की पढ़ाई पढ़नी पड़ेगी।

प्रत्येक सेमेस्टर में 22 क्रेडिट की पढ़ाई होगी इसके बाद जब दो सेमेस्टर यानी 44 क्रेडिट स्कोर की पढ़ाई के बाद छात्रों को प्रमाणपत्र दिया जाएगा। आपको बता दें कि पहले तीन सेमेस्टर में छात्रों को 29 क्रेडिट का अनिवार्य विषय रखा गया है। इसे सभी छात्रों को पढ़ना पड़ेगा। इनमें भाषा, पर्यावरण विज्ञान, मैथ एंड कंप्यूटेशन, अंडरस्टैंडिंग इंडिया, ग्लोबल सिटिजनशिप, एनएसएस, एनसीसी, कम्युनिटी सर्विस और स्पोर्ट्स की पढ़ाई करनी मुख्य रुप से होगी।

वहीं चार सेमेस्टर यानी 88 क्रेडिट की पढ़ाई के बाद छात्रों को डिप्लोमा का प्रमाणपत्र दिया जाएगा। और छह सेमेस्टर या 132 क्रेडिट की पढ़ाई के बाद छात्रों को बैचलर का प्रमाण पत्र मिलेगा। अंततः चार वर्ष या 176 क्रेडिट की पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्रों को बैचलर विथ आनर्स एंड रिसर्च का प्रमाणपत्र दिया जाएगा।

पहले तीन सेमेस्टर में 24 क्रेडिट का अनिवार्य होगा स्किल डेवलमेंट का वोकेशन कोर्स

छात्रों को पहले तीन सेमेस्टर में छात्रों को 24 क्रेडिट का अनिवार्य वोकेशन कोर्स करना होगा। इसके तहत छात्रों को स्किल डेवलमेंट के अलग-अलग कोर्स कराए जाएंगें। छात्रों इनमें किसी भी कोर्स को चुनना हाेगा। वोकेशनल कोर्स में कारपेंट्री, इलेक्ट्रिशियन, इलेक्ट्रनिक्स जैसे प्रोग्राम छात्रों के लिए विकल्प के तौर पर उपलब्ध होंगे।


पहले तीन सेमेस्टर में छात्रों को तीन माइनर पेपर या इंट्रोडक्टरी पेपर पढ़ना होगा। इस इंट्रोडक्टरी पेपर में छात्र फिजिक्स या मैथ के साथ इतिहास, पालिटिकल साइंस या कामर्स के साथ साइकोलाजी की पढ़ाई कर सकते है। तीन सेमेस्टर के बाद चौथे सेमेस्टर से छात्र इनमें किसी एक विषय को अपने लिए मेजर या आनर्स पेपर के लिए चुन सकते है।

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