धनबाद में शनिवार को तंबाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 के तहत सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार में एक दिवसीय जागरूकता एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में एनसीसी कैडेट्स को तंबाकू के दुष्प्रभावों से अवगत कराने के साथ-साथ विधानसभा चुनाव 2024 में मतदान के महत्व को लेकर भी जागरूक किया गया।
इस कार्यक्रम का संचालन जिला तंबाकू नियंत्रण कोषांग द्वारा किया गया। कार्यक्रम में कैडेट्स को तंबाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 के उद्देश्यों पर विस्तार से जानकारी दी गई, जिसमें तंबाकू उत्पादों से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों, उनके दुष्प्रभावों और इनसे बचाव के उपायों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में बताया गया कि तंबाकू का सेवन कैंसर, अस्थमा, लकवा, और श्वास जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। कैडेट्स को कोटपा 2003 अधिनियम के प्रावधानों से भी अवगत कराया गया ताकि वे कानूनी रूप से तंबाकू उत्पादों के प्रयोग से जुड़ी जिम्मेदारियों को समझ सकें।
इस कार्यक्रम में कैडेट्स को यह संदेश दिया गया कि वे न केवल खुद तंबाकू के सेवन से दूर रहें, बल्कि अपने परिवार, दोस्तों और परिचितों को भी इसके हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए प्रेरित करें। पर्यावरण को तंबाकू उत्पादों से होने वाले दुष्प्रभाव से सुरक्षित रखने में भी युवाओं का योगदान महत्वपूर्ण है, इस पर भी जोर दिया गया।
कार्यशाला के अंत में, फर्स्ट टाइम वोटर्स और युवा वोटरों को आगामी विधानसभा चुनाव 2024 में मतदान करने के प्रति प्रोत्साहित किया गया। उन्हें यह बताया गया कि मतदान लोकतंत्र में उनका सबसे बड़ा अधिकार और जिम्मेदारी है, और उनका हर वोट एक बेहतर सरकार बनाने में योगदान दे सकता है।
इस अवसर पर जिला तंबाकू नियंत्रण कोषांग के राहुल कुमार, जिला सलाहकार शुभांकर मैत्रा, सोशल वर्कर उमाशंकर मंडल, एफ.एल.सी. जिला एन.सी.डी. सेल की पल्लवी सिंह, डी.ई.ओ. जिला एन.सी.डी. सेल के अधिकारी और एनसीसी के सुबेदार शंकर लाल शाह और नायब सुबेदार आर.पी. सैनी समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के समापन पर अधिकारियों ने सभी कैडेट्स को अपने समाज और देश के प्रति सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित किया और उन्हें जागरूकता का संदेश अपने साथियों और परिवारजनों तक पहुंचाने का आग्रह किया।