विश्वभारती की 62 एकड़ ज़मीन पर कब्जा, केंद्रीय मंत्री ने संसद में उठाया मुद्दा

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क। कोलकाता: केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार ने संसद में बताया कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित विश्वभारती केंद्रीय विश्वविद्यालय की 62 एकड़ से ज़्यादा ज़मीन पर अतिक्रमण हो चुका है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय लगातार प्रशासन और राज्य सरकार से मदद मांग रहा है, लेकिन अतिक्रमण थम नहीं रहा है।

विष्णुपुर से भाजपा सांसद सौमित्र खां के एक सवाल का जवाब देते हुए डॉ. मजूमदार ने इस गंभीर समस्या पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह अतिक्रमण कोई नया नहीं है, बल्कि 1951 से ही विश्वभारती की ज़मीन पर धीरे-धीरे कब्जा होता रहा है।

मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय के कई कुलपतियों ने समय-समय पर इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है। एक सीएजी रिपोर्ट में भी खुलासा हुआ था कि 1951 से 2004 के बीच विश्वविद्यालय की 25 एकड़ से अधिक ज़मीन पर अतिक्रमण हुआ।

अतिक्रमण रोकने के लिए किए गए प्रयासों का जिक्र करते हुए डॉ. मजूमदार ने बताया कि 2007-08 में परिसर का सर्वेक्षण और सीमांकन किया गया था, जिसमें 550 से अधिक खंभे लगाए गए। इसके बाद, 2017 में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विश्वविद्यालय को अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था। विश्वविद्यालय ने परिसर के चारों ओर 30 किलोमीटर की बाड़ भी लगाई है। हालांकि, इन सब प्रयासों के बावजूद, 62 एकड़ से अधिक ज़मीन पर अतिक्रमण की बात सामने आना एक बड़ी चुनौती है।

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