दिल्ली के लाल किला क्षेत्र में हुए भीषण धमाके को लेकर अमेरिका ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस हमले को “स्पष्ट रूप से एक आतंकवादी हमला” करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह घटना निर्दोष लोगों को निशाना बनाने वाली एक घृणित साजिश है।
रुबियो ने कहा कि अमेरिका इस कठिन घड़ी में भारत के साथ खड़ा है और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता है। उन्होंने भारतीय जांच एजेंसियों की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत “इस हमले से निपटने में पूरी तरह सक्षम है” और अमेरिका की ओर से तकनीकी सहयोग की पेशकश की गई है।
यह बयान रुबियो ने इटली में आयोजित जी-7 विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात के बाद दिया। बैठक में दोनों नेताओं के बीच आतंकवाद विरोधी सहयोग और वैश्विक सुरक्षा रणनीति पर भी चर्चा हुई।
भारत सरकार ने भी इस घटना को “राष्ट्रविरोधी ताकतों द्वारा किया गया आतंकवादी कृत्य” बताया है। जांच एजेंसी एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने मामले की पूरी जिम्मेदारी संभाल ली है और विस्फोट में इस्तेमाल की गई कार तथा उसके स्रोत की गहन जांच की जा रही है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा:
“यह स्पष्ट रूप से एक आतंकवादी हमला था। भारत ने संयम और दृढ़ता से प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ा रहेगा।”

