महज 14 साल की उम्र में बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने साबित कर दिया कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। इस युवा क्रिकेटर ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत में धमाल मचा दिया है। सूर्यवंशी की इन असाधारण उपलब्धियों के लिए अब उन्हें देश के सर्वोच्च बाल सम्मान से नवाजा गया है।

सिर्फ 14 साल की उम्र में क्रिकेट में कई नए रिकॉर्ड रचने के चलते उन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सूर्यवंशी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया है। समारोह के बाद वैभव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने वैभव की सराहना की।
वैभव को खेल श्रेणी के लिए दिया गया पुरस्कार
यह पुरस्कार वीरता, कला एवं संस्कृति, पर्यावरण, नवाचार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा और खेल सहित विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए प्रतिवर्ष दिया जाता है। वैभव को खेल श्रेणी में यह पुरस्कार दिया गया है।
वैभव ने विजय हजारे ट्रॉफी में ठोका सबसे तेज शतक
वैभव इस पुरस्कार को लेने के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में दूसरा मैच छोड़कर नई दिल्ली पहुंचे। उन्हें रांची के मैदान पर आज मणिपुर के खिलाफ बिहार की टीम से खेलना था। वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 के पहले मैच में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 84 गेंदों पर 190 रन की पारी खेली थी। इस पारी में 16 चौके और 15 छक्के शामिल थे। इस दौरान उन्होंने मात्र 36 गेंद पर शतक ठोक दिया। इस पारी की बदौलत उन्होंने लिस्ट-A क्रिकेट में कई विश्व रिकॉर्ड तोड़े, जिसमें सबसे कम उम्र में शतक और सबसे तेज 150 रन बनाने का रिकॉर्ड शामिल हैं।
वैभव सूर्यवंशी का डंका दुनिया भर में बजा
देश में तेज से उभरते हुए 14 वर्षीय युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी का डंका दुनिया भर में गूंजना शुरू हो गया है। उन्होंने बुधवार को ही घरेलू क्रिकेट के वनडे टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी में ही 190 रनों की धुआंधार पारी खेलकर लिस्ट A क्रिकेट में शतक जड़ने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बने थे। इससे पहले वह क्रिकेट के कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं। वह आईपीएल में शतक जमाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज हैं।

