मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़की: CBI द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद उपद्रव, इंटरनेट बंद और कर्फ़्यू लागू

KK Sagar
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मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी है। शनिवार को CBI द्वारा कट्टर संगठन अरंबाई टेंगोल के कथित “आर्मी चीफ” असीम कानन सिंह की गिरफ्तारी के बाद राज्य के कई जिलों में हालात तनावपूर्ण हो गए। इसके बाद इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट, काकचिंग, थोउबाल और बिष्णुपुर जिलों में कर्फ़्यू लागू कर दिया गया है। साथ ही, अफवाहों और भड़काऊ सामग्री को फैलने से रोकने के लिए पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।

क्या है मामला?

CBI की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने अरंबाई टेंगोल संगठन के सैन्य प्रमुख असीम कानन सिंह को इंफाल एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि असीम के खिलाफ कई आपराधिक मामले लंबित हैं और जांच एजेंसी को उनके खिलाफ सबूत मिले थे। गिरफ्तारी की खबर सामने आते ही हिंसा भड़क उठी।

प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर टायर जलाए, रास्ते रोके और पुलिस चौकियों पर हमला कर दिया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले, रबर बुलेट और लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया। इस झड़प में अब तक 11 लोग घायल हुए हैं, जिनमें एक 13 वर्षीय बच्चा भी शामिल है।

कर्फ़्यू और इंटरनेट पर पाबंदी

राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, काकचिंग, थोउबाल और बिष्णुपुर जिलों में तत्काल प्रभाव से कर्फ़्यू लागू कर दिया है। इसके अलावा, राज्य में इंटरनेट सेवाएं 5 दिनों के लिए निलंबित कर दी गई हैं ताकि अफवाहों और भड़काऊ पोस्टों से स्थिति और ना बिगड़े।

राज्य सरकार के मुताबिक, सोशल मीडिया के ज़रिए भ्रामक सूचना फैलाए जाने की आशंका को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

राजनीतिक हलचल और शांति की अपील

मणिपुर की राजनीति में भी हलचल तेज हो गई है। सत्तारूढ़ भाजपा, विपक्षी कांग्रेस और अन्य दलों के विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात की और हालात पर चिंता जताई। सभी दलों ने मिलकर शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।

राज्यपाल अनुसुइया उइके ने इस पूरे मामले पर राजभवन में उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलाई और हालात की समीक्षा की।

पृष्ठभूमि में जारी जातीय तनाव

मणिपुर में मेइती और कुक्की समुदायों के बीच तनाव मई 2023 से ही लगातार जारी है। अब तक इस जातीय संघर्ष में 250 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हजारों विस्थापित हुए हैं। अरंबाई टेंगोल जैसे संगठन, जो मेइती समुदाय से जुड़े हैं, उन पर हिंसा को भड़काने के आरोप लगते रहे हैं।

CBI की हालिया कार्रवाई को समुदाय विशेष पर हमला मानकर विरोध जताया जा रहा है, जिससे हालात और अधिक जटिल हो गए हैं।

क्या कहती है प्रशासनिक मशीनरी?

पुलिस और प्रशासन लगातार लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और संभावित संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है।

राज्य पुलिस प्रमुख ने कहा,

“हम हर पहलू पर नजर रख रहे हैं। जो भी क़ानून तोड़ेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जनता से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें।”

आगे क्या?

  1. CBI की जांच:
    असीम कानन से पूछताछ जारी है। CBI आने वाले दिनों में इस संगठन के अन्य सदस्यों के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है।
  2. शांति बहाली प्रक्रिया:
    राज्य सरकार जल्द ही सभी समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ शांति वार्ता शुरू कर सकती है।
  3. संघर्ष विराम की कोशिश:
    केंद्र सरकार की भी निगाह इस पूरे घटनाक्रम पर है। गृह मंत्रालय किसी भी स्थिति में हस्तक्षेप कर सकता है।
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