डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: धनबाद सिविल कोर्ट में मंगलवार को नए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र कुमार तिवारी ने अपना योगदान दिया। उनकी यह तीसरी बार धनबाद में पदस्थापना है। वर्ष 2001 में उन्होंने प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के रूप में यहाँ कार्यभार संभाला था, इसके बाद 2018 में वे दो वर्षों तक लेबर जज के रूप में कार्यरत रहे। अब पुनः उन्होंने प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभाला है।
पुरानी फाइलों का त्वरित निष्पादन प्राथमिकता
नवीन जिला जज वीरेंद्र कुमार तिवारी ने अपने प्राथमिकताओं को स्पष्ट करते हुए कहा कि अधिवक्ताओं और वादकारियों को बेहतर सुविधाएं दिलवाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। इसके अलावा, झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार पुराने मामलों का त्वरित निष्पादन और अदालत परिसर का सौंदर्यीकरण भी उनके कार्य क्षेत्र में शामिल है। उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार के चिन्हित कार्यों को त्वरित रूप से निष्पादित कर, लंबित वादों का निपटारा कर अदालत पर पड़े बोझ को कम करना आवश्यक है।
सुलभ न्याय और समाज में सद्भावना को बनाए रखने पर बल
जिला जज तिवारी ने कहा कि उनका उद्देश्य है कि हर व्यक्ति को सुलभ न्याय मिले और समाज में कोई विघटन की स्थिति न बने ताकि भविष्य में न्याय व्यवस्था पर जनता का विश्वास कायम रहे। उन्होंने अदालत परिसर की सुरक्षा को लेकर भी कहा कि इसके हर पहलू का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। इसके लिए धनबाद के पुलिस अधीक्षक से शीघ्र ही वार्ता कर आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे।
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