जमशेदपुर। डेफोडिल्स उच्च विद्यालय बारीडीह, जमशेदपुर के प्रांगण में 9 वीं कक्षा के छात्रों के द्वारा दसवीं कक्षा के छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए विदाई दी गई ।विदाई समारोह के मुख्य अतिथि श्री टी. शशि कुमार थे कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री मिथिलेश प्रसाद श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने बच्चों से कहा कि आप अपने मन में किसी भी प्रकार की ग्लानी ना रखें कि मैं हिंदी मीडियम से पढ़ रहा हूं क्योंकि हमारी हिंदी भाषा एवं संस्कृत भाषा सभी भाषाओं में उत्तम कोटि की है। मैं यह नहीं कहता कि आप अंग्रेजी नहीं जाने लेकिन अपनी राष्ट्रभाषा से प्यार करना सीखें क्योंकि आज गूगल भी हिंदी भाषा को प्रमुखता से अपने साथ जोड़ा है क्योंकि जहां पर सारी भाषाएं असफल हो जाती हैं वहां पर हिंदी और संस्कृत आगे बढ़कर अपनी संपूर्णता का अहसास दिलाते है । विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री मिथिलेश प्रसाद श्रीवास्तव ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा की विदाई शब्द से आप हतोत्साहित ना हो क्योंकि शिक्षक और शिष्य का रिश्ता जीवन पर्यंत होता है यह कभी समाप्त नहीं होता। किसी एक का जीवन नहीं होने के बावजूद भी एक दूसरे को याद करते हैं। विदाई का मुख्य तात्पर्य है यह एहसास दिलाना कि अब आप बड़े हो गए हैं और अपने निर्णय आपको स्वयं लेने हैं। कार्यक्रम में रंगारंग कार्यक्रम के साथ साथ एक क्विज कंपटीशन भी दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए रखा गया था, जिसमें से मिस्टर डेफोडिल्स एवं मिस डेफोडिल्स का चुनाव किया गया। मिस्टर डेफोडिल्स बने श्री विश्वप्रकाश जायसवाल एवं मिस डेफोडिल्स सुश्री शालू पांडे बनी। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं तथा दसवीं एवं नौवीं कक्षा के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन नौवीं कक्षा के रिया कुमारी एवं धन्यवाद ज्ञापन सुश्री मीनू पांडे ने किया।