विदेश: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मार्च में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने का फैसला किया है। सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी दी गई है। पुतिन के इस फैसले से वह लगभग 2030 तक सत्ता में बने रहेंगे और रूस का नेतृत्व करेंगे।
मालूम हो कि 1999 में बोरिस येल्तसिन ने पुतिन को राष्ट्रपति पद सौंपा था, उसके बाद से पुतिन ही जोसेफ स्टालिन के बाद से किसी भी अन्य रूसी शासक की तुलना में अधिक समय तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर चुके हैं। यहां तक कि लियोनिद ब्रेझनेव का कार्यकाल भी 18 सालों का ही था। पुतिन 7 अक्टूबर को 71 साल के हो गए हैं।
वहीं, सूत्रों के मुताबिक पुतिन के फैसले की खबरें सामने आ चुकी हैं और सलाहकार अब पुतिन की चुनावी अभियान की तैयारी में लगे हुए हैं। एक अन्य सूत्र ने पुष्टि की कि एक निर्णय हो चुका है और पुतिन के सलाहकार पुतिन की भागीदारी की तैयारी कर रहे हैं। तीन अन्य सूत्रों ने कहा कि निर्णय हो चुका है, पुतिन दौड़ेंगे। सूत्रों में से एक ने कहा कि हम जो देख रहे हैं, वह दुनिया बहुत खतरनाक होने वाली है।
इधर, एक विदेशी राजनयिक सूत्र ने भी नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा कि पुतिन ने हाल ही में निर्णय लिया है और घोषणा जल्द ही होगी। जबकि कई विदेशी राजनयिकों, जासूसों और अधिकारियों का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि पुतिन जीवन भर सत्ता में बने रहेंगे। हालांकि, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। पेसकोव ने सितंबर में कहा था कि अगर पुतिन ने चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं, तो कोई भी उनका मुकाबला नहीं कर पाएगा।
इसके अलावा क्रेमलिन ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया है, जिसमें पश्चिम द्वारा फैलाई गई थी कि पुतिन अस्वस्थ हैं। उसने कहा कि पश्चिम द्वारा अक्सर ऐसी खबरें फैलाई जाती हैं, इनमें कोई सच्चाई नहीं होती है।