संवाददाता, धनबाद: शहरी क्षेत्र में बिना समन्वय और अनापत्ति के किए जा रहे निर्माण और खुदाई कार्यों पर धनबाद नगर निगम अब सख्त हो गया है। बुधवार को नगर निगम कार्यालय में नगर आयुक्त की अध्यक्षता में आयोजित अहम बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यदि भविष्य में किसी उपयोगिता प्रदाता एजेंसी ने बिना पूर्व अनुमति और समन्वय के कार्य किया तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक की पृष्ठभूमि गेल द्वारा की जा रही खुदाई कार्यों से जुड़ी उन शिकायतों पर आधारित थी जिनमें शहर के अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर—जैसे बिजली की लाइनें, पानी की पाइपलाइन और सड़कों को नुकसान पहुंचने की बात कही गई थी। इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए नगर निगम ने सभी संबंधित विभागों को समन्वय के साथ कार्य करने का सख्त निर्देश दिया।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रशासक रवि राज शर्मा ने कहा कि शहर में विकास कार्य जरूरी हैं, लेकिन उसके लिए आपसी समन्वय और पूर्व स्वीकृति अनिवार्य है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी सार्वजनिक सुविधा को नुकसान पहुंचाना आम जनता के हितों से खिलवाड़ है।
इस दौरान गेल के उप महाप्रबंधक ने निगम को भरोसा दिलाया कि जहां-जहां भी संरचनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं, उन्हें शीघ्र मरम्मत कर पुनर्स्थापित किया जाएगा। बैठक में नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त, पेयजल एवं विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, जुडको के परियोजना प्रबंधक, एलएनटी व अन्य एजेंसियों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
बैठक में यह भी कहा गया कि मजलाडीह, दामोदरपुर और सिंदरी जैसे क्षेत्रों में जहां पेयजल व्यवस्था प्रभावित हुई है, मरम्मत कार्यों के बाद जलापूर्ति सुचारु करने में तेजी लाई जाएगी। इसके साथ ही शहर की स्वच्छता और सौंदर्य में भी सुधार होगा।