हजारीबाग जिले के टाटीझरिया, विष्णुगढ़ और बरकट्ठा प्रखंड के कई गांव इन दिनों जंगली हाथियों के आतंक से परेशान हैं। दो अलग-अलग झुंडों में बंटे 6 से 25 हाथियों ने बीते दिनों भारी तबाही मचाई है।
टाटीझरिया के मुरुमातु गांव में परण महतो, लोकनाथ महतो, बद्री महतो समेत कई किसानों की मकई और केले की फसलें हाथियों ने बर्बाद कर दीं। वहीं विष्णुगढ़ के महुआटांड़ गांव में तीन घरों को नुकसान पहुंचा, दीवारें तोड़ी गईं और घर में रखा अनाज खा लिया गया।
बरकट्ठा के मसीपीढ़ी गांव में भी यही मंजर देखने को मिला। यहां युगेश्वर चौधरी समेत ग्रामीणों ने मशाल जलाकर हाथियों को भगाने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
वन विभाग की अपील
वन विभाग के डीएफओ ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों से छेड़छाड़ न करें और ऐसी घटनाओं की सूचना तुरंत विभाग को दें। उन्होंने बताया कि हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने की कोशिशें जारी हैं और जिनके घर व फसलें प्रभावित हुई हैं, उन्हें मुआवजा देने की प्रक्रिया भी चल रही है।
किसानों की मांग
पीड़ित ग्रामीणों ने वन विभाग से शीघ्र मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि लगातार हाथियों की आमद से खेती-किसानी संकट में पड़ गई है और समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो नुकसान और बढ़ सकता है।