मिरर मीडिया : कोरोना महामारी के कारण संसद का शीतकालीन सत्र पिछले वर्ष आयोजित नहीं किया गया था पर इस वर्ष स्थिति को देखते हुए संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होकर 23 दिसंबर तक जारी रह सकता है। सूत्रों कि माने तो कोरोना मापदंडो के मुताबिक लोकसभा और राज्यसभा दोनों की बैठक एक ही समय पर होगी। शीतकालीन सत्र में, परिसर और मुख्य संसद भवन में प्रवेश करने वालों को हर समय मास्क पहने रहने को कहा जा सकता है और उन्हें कोविड जांच से गुजरना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि इस सत्र में सरकार कई अहम विधेयक लाने की तैयारी में है। जबकि किसान आंदोलन भी विपक्ष का मुद्दा सरकार को घेरने के लिए हो सकता है। वहीं इस सत्र में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार वित्तीय क्षेत्र से जुड़े दो महत्वपूर्ण विधेयक ला सकती है, जिनकी घोषणा सरकार ने बजट में की थी। इनमें से एक विधेयक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण को सुगमता से पूरा करने से संबंधित है। हालांकि कितना हंगामा और कितनी शांतिपूर्ण तरीके से ये शीतकालीन सत्र चलता है और सरकार कितनी विधेयक पारित करवाने में सफल होगी ये तो समय ही बताएगा।