जमशेदपुर।रंभा बीएड कॉलेज कॉलेज में एक मोटिवेशनल सत्र का आयोजन किया गया ।इस सत्र के मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तराखंड देवसंस्कृति विश्वविद्यालय से जुड़े हुए शिक्षाविद व वायुसेना से अवकाश प्राप्त अधिकारी मृणाल कांत शर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम में शिक्षाविद गुरुदेव महतो भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर और सरस्वती वंदना के साथ किया गया। प्रोफेसर सुमनलता और प्रोफेसर रश्मि ने पुष्पगुच्छ देकर अतिथियों का स्वागत किया। स्वागत भाषण प्राचार्या डॉ. कल्याणी कबीर ने दिया। अपने वक्तव्य में मुख्य अतिथि मृणाल कांत शर्मा ने कहा कि सद्बुद्धि वह है जो चीजों का सदुपयोग करना हमें सिखाती है।उन्होंने शिक्षा और विद्या में अंतर की बात बताई और साथ ही यह भी कहा कि विद्यार्थी अपने जीवन में सदाचार का पालन करें और खुद को प्रेरित करने के लिए महापुरुषों की जीवनी पढ़ें। उन्होंने कहा कि सभी मनुष्य जो सफल हुए हैं उनके जीवन में विषम परिस्थितियां आई हैं। जरूरी है कि हम उन परिस्थितियों से घबराए नहीं बल्कि सतत प्रयास जारी रखकर आगे बढ़ते चले। मोटिवेशनल सत्र के अंत में उन्होंने विद्यार्थियों से प्रश्न भी पूछे और विद्यार्थियों ने भी उनसे बातचीत कर अपनी शंका का समाधान किया। शिक्षाविद गुरुदेव महतो ने कहा कि विद्यार्थी अपने जीवन में धैर्य और आत्म बल को बनाए रखें ।सत्र के समापन में अतिथियों को प्रतीक चिन्ह देकर उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया।

