प्रयागराज: 45 दिनों तक चले महाकुंभ मेले का समापन महाशिवरात्रि के पावन स्नान के साथ हो गया। समापन समारोह की औपचारिक घोषणा 27 फरवरी को की जाएगी, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष रूप से उपस्थित रह सकते हैं। इस मौके पर मेले के सफल आयोजन में योगदान देने वाले अफसरों, कर्मचारियों और संस्थाओं को सम्मानित किया जाएगा।
महाकुंभ में बने चार विश्व रिकॉर्ड, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स देगी प्रमाणपत्र
समापन समारोह में महाकुंभ मेले के दौरान बने चार विश्व कीर्तिमानों के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि प्रमाणपत्र प्रदान करेंगे। यह मेले के ऐतिहासिक और भव्य आयोजन का प्रमाण होगा।
संगम स्नान जारी रहेगा, सुविधाएं बहाल रहेंगी
हालांकि, महाकुंभ मेले का औपचारिक समापन हो गया है, लेकिन संगम में स्नान और धार्मिक अनुष्ठान आगे भी जारी रहेंगे। श्रद्धालुओं के निरंतर आगमन को देखते हुए प्रशासन ने संगम क्षेत्र में बिजली, शौचालय, पेयजल और सुरक्षा जैसी सुविधाएं बनाए रखने का निर्णय लिया है।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, ट्रैवल एजेंसियां कर रहीं टूर पैकेज तैयार
महाकुंभ के बाद संगम क्षेत्र विश्व पर्यटन के नक्शे पर और भी प्रमुखता से उभरा है। प्रयागराज, काशी और अयोध्या को जोड़कर एक धार्मिक पर्यटन सर्किट विकसित किया जा रहा है। ट्रैवल एजेंसियां संगम स्नान को केंद्र में रखकर विशेष टूर पैकेज तैयार कर रही हैं।
व्यवस्थाओं को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा
मेला क्षेत्र में बसावट हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। अगले एक सप्ताह के भीतर अस्थायी निर्माणों को हटा दिया जाएगा, जबकि आवश्यक सुविधाएं बनी रहेंगी। संगम क्षेत्र में दुकानें, खान-पान की व्यवस्था और पार्किंग सुविधा जारी रहेगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
सुरक्षा व्यवस्था बरकरार रहेगी
प्रशासन ने संगम क्षेत्र में जरूरत के अनुसार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती जारी रखने का निर्णय लिया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किला घाट, परेड और अन्य प्रमुख स्थानों पर विशेष इंतजाम किए जाएंगे।
महाशिवरात्रि के स्नान के साथ महाकुंभ 2025 का यह अध्याय समाप्त हो गया, लेकिन श्रद्धा और भक्ति का प्रवाह आगे भी संगम तट पर अनवरत जारी रहेगा।