जमशेदपुर। झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा ले ली गई है और पूर्वी सिंहभूम जिले सहित अन्य जिलों में भी कॉपी मूल्यांकन कार्य जारी है इस दौरान जय की ओर से इस बार प्रत्येक शिक्षक प्रतिदिन 70 कॉपी जांचने के आदेश दिए गए हैं जिसको लेकर शिक्षकों में विरोध शुरू हो गया है रविवार को झारखंड प्लस टू शिक्षक संघ की ऑनलाइन बैठक प्रांतीय अध्यक्ष योगेंद्र प्रसाद ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें वार्षिक इंटरमीडिएट परीक्षा के मूल्यांकन से संबंधित झारखंड अधिविध परिषद् रांची के अनुचित आदेश के प्रति रोष एवं असहमति जताई गई। शिक्षकों का कहना है कि प्रत्येक परीक्षक प्रतिदिन 70 कॉपियों का मूल्यांकन करेंगे तथा प्रति कॉपी मात्र 10 का भुगतान किया जाएगा। संघ ने इस पर घोर आपत्ति जताते हुए कहा है कि परिषद् का यह आदेश सर्वथा अनुचित है। मानसिक दबाव बनाकर एक दिन में 70 कॉपियों का मूल्यांकन करवा कर जैक स्वयं यह सिद्ध कर रहा है कि वह त्रुटिपूर्ण परीक्षण कार्य के लिए गंभीर नहीं है।आदेश थोपकर बस कोरम पूरा करना चाहती है, जो निःसंदेह गुणात्मक शिक्षा के लिए कहीं से भी हितकर नहीं है। बढ़ती महंगाई के बीच प्रति कॉपी देय पारिश्रमिक को बढ़ाने के बजाय पुराने दर से आधा करना अन्यायपूर्ण है। इस संबंध में संघ के ने निर्णय लिया है कि अविलंब जैक इस आदेश को बदले। इस आदेश के विरोध में सोमवार को सभी परीक्षक विरोध स्वरूप परीक्षा केंद्र में काली पट्टी लगाकर कार्य करेंगे तथा मध्याह्न 12:00 से 12:30 तक परीक्षण कार्य स्थगित रखेंगे। प्रांतीय अध्यक्ष ने कहा है कि अपने असंगत आदेश में जैक द्वारा अपेक्षित सुधार यदि नहीं किया जाता है, उस स्थिति में चरणबद्ध तरीके से विरोध दर्ज कराया जाएगा।

