संस्कृति का मान: जमशेदपुर की महिलाओं ने साड़ी पहनकर पहली बार किया ‘वाकथान’

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क/जमशेदपुर : जमशेदपुर में महिला सशक्तिकरण और सांस्कृतिक विरासत को समर्पित एक ऐतिहासिक आयोजन किया गया। डीबीएमएस कॉलेज, कदमा के स्पोर्ट्स सेल ने साड़ी वाकथान का आयोजन किया, जिसमें महिलाओं ने पारंपरिक साड़ी पहनकर शहर में पहली बार पैदल मार्च किया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिला सुरक्षा, गरिमा और समानता के प्रति जागरूकता फैलाना था।

वाकथान का शुभारंभ प्रसिद्ध पर्वतारोही अस्मिता दोरजी ने झंडा दिखाकर किया, जो कदमा पोस्ट ऑफिस से शुरू होकर लिंक रोड होते हुए वापस पोस्ट ऑफिस पर आकर समाप्त हुआ। इस कार्यक्रम में डीबीएमएस की विभिन्न इकाइयों की महिलाओं और बीएड के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। यह आयोजन न केवल महिलाओं की गरिमा को बढ़ावा देने के लिए था, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक परिधान को भी सम्मान देने के लिए किया गया।

इस प्रतियोगिता में महिला वर्ग में शांति राजू, ममता और पंसुरी हांसदा ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया। छात्रों के वर्ग में आयुष पराशर पहले, राजा डोंगरे दूसरे और परिमल पाल तीसरे स्थान पर रहे। छात्राओं में प्रमिला कुमारी, श्रद्धा टोपनो और रूपा कुमारी को सफलता मिली। कुल 101 महिलाओं और 121 छात्रों की भागीदारी रही। डीबीएमएस ट्रस्ट की संरक्षिका भानुमती नीलकंठन और ट्रस्ट के अध्यक्ष बी. चंद्रशेखर सहित कई गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।

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