डीआरडीए सभागार मिश्रित भवन में आज सामाजिक कुरीति निवारण योजना के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती अनिता कुजूर की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में समाज में व्याप्त डायन प्रथा, बाल विवाह, भ्रूण हत्या और लिंग भेद जैसे गंभीर मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने और रोकथाम के उपायों पर चर्चा की गई।
श्रीमती कुजूर ने अपने संबोधन में कहा कि इन कुरीतियों को जड़ से खत्म करने के लिए जनमानस को जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने इस दिशा में सक्रिय भागीदारी और निरंतर प्रयासों की अपील की।
कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, बाल कल्याण समिति के सदस्य, महिला पर्यवेक्षिकाएं, एनजीओ प्रतिनिधि और आंगनबाड़ी सेविकाएं मौजूद थीं।
कार्यशाला का उद्देश्य:
सामाजिक कुरीतियों पर रोकथाम।
जन-जागरूकता अभियान की योजना।
महिलाओं और बच्चों के अधिकारों को सुरक्षित करना।