रामगढ़। टाटा स्टील फाउंडेशन, वेस्ट बोकारो यूनिट ने विश्व मधुमेह दिवस 2025 के अवसर पर समुदाय के लिए दो स्थानों—टाटा स्टील फाउंडेशन ऑडिटोरियम, वेस्ट बोकारो और केदला सामुदायिक भवन—में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए।
विशेषज्ञों ने दी मधुमेह और स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण जानकारी
टाटा स्टील फाउंडेशन ऑडिटोरियम में टाटा मेन हॉस्पिटल, वेस्ट बोकारो के विशेषज्ञ डॉ. ए. निलेक्या नायडू ने मधुमेह जागरूकता और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी। वहीं केदला सामुदायिक भवन में टाटा मेन हॉस्पिटल के ही विशेषज्ञ डॉ. संतोष कुमार सिंह ने “डायबेटिक रेटिनोपैथी – कारण, रोकथाम और प्रारंभिक पहचान” विषय पर विशेष व्याख्यान प्रस्तुत किया।

नुक्कड़ नाटक से दी सरल और प्रभावी शिक्षा
फाउंडेशन की पब्लिक हेल्थ टीम की एनसीडी-वीबीडी इकाई द्वारा एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस नाटक ने सरल भाषा और रोचक प्रस्तुति के माध्यम से मधुमेह जागरूकता को समुदाय तक प्रभावी ढंग से पहुँचाया।
स्थानीय समुदायों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य जांच
कार्यक्रम के तहत बरूघुटू नॉर्थ, बसंतपुर, केदला नॉर्थ, केदला मिडिल और केदला साउथ के निवासियों के लिए निःशुल्क ब्लड ग्लूकोज और ब्लड प्रेशर जांच की सुविधा दी गई। इस शिविर में लगभग 100 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई।
इस वर्ष की थीम: ‘जीवन के विभिन्न चरणों में मधुमेह’
विश्व मधुमेह दिवस 2025 की थीम ने यह संदेश दिया कि मधुमेह किसी भी उम्र, किसी भी जीवन-चरण में किसी को भी प्रभावित कर सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम में जीवनभर जागरूकता, नियमित देखभाल और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
समुदाय को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाना मुख्य उद्देश्य
इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य समुदाय को मधुमेह से जुड़ी जटिलताओं, समय पर पहचान, नियमित जांच और जीवनशैली में बदलावों के महत्व के प्रति जागरूक करना था, ताकि लोग समय रहते अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें और गंभीर समस्याओं से बचाव कर सकें।

