जमुई में बनेगा 10.28 किमी लंबा रिंग रोड : ट्रैफिक जाम से मुक्ति के साथ अब झारखंड और बंगाल जाना होगा आसान

KK Sagar
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बिहार के जमुई जिले में लंबे समय से ट्रैफिक की बढ़ती समस्या से जूझ रहे लोगों को अब राहत मिलने वाली है। जिले को अब रिंग रोड की सौगात मिली है, जिसके निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने ₹37 करोड़ 36 लाख 45 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की है। यह परियोजना केंद्रीय सड़क एवं अवसंरचना निधि (CRIF) के अंतर्गत पास हुई है, जो पूरे शहर के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

🔹 रिंग रोड का प्रस्तावित मार्ग

इस रिंग रोड की कुल लंबाई 10.28 किलोमीटर होगी। इसका निर्माण इस तरह किया जाएगा कि भारी वाहनों को अब शहर के भीतरी हिस्सों में नहीं आना पड़ेगा। इससे मुख्य बाज़ार और रिहायशी इलाकों में ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा।

रिंग रोड जमुई–लखीसराय मुख्य मार्ग (SH-18) से शुरू होकर हांसडीह, आर.के. होटल, जमुई–मलयपुर रोड, घोड़ा अस्पताल, गिरीश टॉकीज, आईटीआई कॉलेज और इंदपे होते हुए NH-333A से जुड़ेगी। यह मार्ग शहर को एक छोर से दूसरे छोर तक बाहरी रिंग की तरह घेरता है, जिससे वाहन बिना शहर में प्रवेश किए सीधे गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।

🔹 उद्देश्य और लाभ

इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य जमुई शहर के यातायात दबाव को कम करना है। अभी तक शहर के अंदर ही सारा ट्रैफिक गुजरता है, जिससे जाम की स्थिति आम हो चुकी है। खासकर स्कूल-कॉलेज, बाजार और अस्पताल के आसपास भारी भीड़ रहती है। रिंग रोड बनने से:

भारी वाहनों का शहर में प्रवेश कम होगा

सड़क दुर्घटनाओं की संभावना घटेगी

समय और ईंधन दोनों की बचत होगी

आपातकालीन सेवाओं की गति बढ़ेगी

व्यापारिक परिवहन आसान और तेज़ होगा

🔹 जनप्रतिनिधियों की भूमिका

इस परियोजना को स्वीकृति मिलने के बाद जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह ने खुशी ज़ाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा और पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह रिंग रोड न केवल एक सड़क परियोजना है, बल्कि यह जमुई के विकास की नई रेखा तय करेगी।

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