खरखरी जंगल हिंसा : वर्चस्व की लड़ाई में 12वीं FIR दर्ज : आरोपी शेख मोबिन ससुराल से गिरफ्तार

KK Sagar
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धनबाद जिले के मधुबन थाना क्षेत्र के खरखरी जंगल में स्थित हिलटॉप कंपनी के वर्चस्व को लेकर हुए विवाद में पुलिस लगातार सख्ती बरत रही है। सांसद सीपी चौधरी और पूर्व झामुमो नेता कारू यादव के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले में पुलिस ने सोमवार को 12वीं प्राथमिकी दर्ज की। इस झड़प में फायरिंग, बमबाजी और डीएसपी पर जानलेवा हमला किया गया था।

गिरफ्तारियां और पुलिस कार्रवाई

रविवार की रात पुलिस ने दूसरे पक्ष के नामजद आरोपी खरखरी बस्ती निवासी शेख मोबिन को उसकी ससुराल महुदा के भुरुंगिया गांव से गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान मोबिन ने बताया कि उसने घटना के बाद देसी पिस्तौल और चार जिंदा कारतूस खरखरी बस्ती के एक युवक को सौंप दिए थे। इसके बाद पुलिस ने मोबिन की निशानदेही पर दो अन्य युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से देसी पिस्तौल और चार जिंदा कारतूस बरामद किए।

गिरफ्तारी के बाद मोबिन को जेल भेज दिया जाएगा, जबकि अन्य दो आरोपितों से ट्रैफिक डीएसपी अरविंद कुमार ने मधुबन थाना में गहन पूछताछ की।

इससे पहले धनबाद पुलिस ने बोकारो थाना क्षेत्र से कारू यादव के छोटे भाई वीरेंद्र यादव उर्फ बिल्ला को मोबाइल लोकेशन के आधार पर गिरफ्तार किया था। वह अपने समधी के घर में छिपा हुआ था। इसके अलावा गया जिले के बुदौड़ा से राम लखन महतो और मनी विश्वकर्मा को भी हिरासत में लिया गया। इनके पास से एक पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए गए।

महुदा थाना क्षेत्र में छापेमारी के दौरान पुलिस ने आशा कोठी निवासी दो अन्य आरोपित जीतू यादव और डोमन यादव को भी गिरफ्तार किया, जिन्हें मंगलवार को जेल भेज दिया गया।

विस्तृत छापेमारी अभियान

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कई इलाकों में छापेमारी की, जिनमें फुलारीटांड़ खटाल, आशा कोठी खटाल, सिनीडीह, खरखरी, धर्माबांध, देवघरा और नावागढ़ शामिल हैं। इन छापेमारी में आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनमें कारू यादव के चाचा ससुर बहादुर यादव और कमली यादव भी शामिल हैं। इन दोनों के बयान के आधार पर पुलिस ने नवादा, कौआकोल, लखीसराय और जमुई में भी दबिश दी है।

घटना की पृष्ठभूमि

गौरतलब है कि मधुबन थाना क्षेत्र के खरखरी जंगल में हिलटॉप कंपनी द्वारा चहारदीवारी निर्माण कार्य के दौरान यह विवाद शुरू हुआ था। निर्माण को लेकर सांसद सीपी चौधरी और पूर्व झामुमो नेता कारू यादव के समर्थकों के बीच तनाव बढ़ गया, जो हिंसक झड़प में बदल गया। इस दौरान दोनों पक्षों में फायरिंग, बमबाजी और पुलिस बल पर हमला किया गया था, जिसमें डीएसपी भी गंभीर रूप से घायल हुए थे।

पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी

धनबाद पुलिस इस मामले को लेकर पूरी तरह सख्ती बरत रही है और लगातार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जिले के पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और पूरे मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।

पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस हिंसा में शामिल मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, जिससे हिलटॉप आउटसोर्सिंग क्षेत्र में शांति व्यवस्था बहाल की जा सके।

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