उत्तराखंड: चारधाम ऑलवेदर परियोजना की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की जिंदगी बचाने के लिए चल रहे बचाव कार्य को आखिरकार मंगलवार को सफ़लता मिल गई है। उत्तरकाशी टनल हादसे के 17वें दिन टनल में फंसे 41 मजदूरों को सही सलामत बाहर निकाल लिया गया है ।
निकलते ही सबसे पहले श्रमिकों का सुरंग के भीतर ही स्वास्थ्य परीक्षण हुआ। दरअसल, सुरंग के भीतर जहां श्रमिक फंसे हुए थे, वहां का तापमान लगभग 30 से 35 डिग्री पर है, जबकि सुरंग के बाहर सिलक्यारा का वर्तमान तापमान 10 डिग्री के आसपास है। चूंकि, श्रमिक 17 दिन तक 30 से 35 डिग्री तापमान में रहे हैं, ऐसे में उन्हें एकदम से बाहर 10 डिग्री तापमान में नहीं लाया गया।
इसके बाद सभी मजदूरों को चिन्यालीसौड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया । मजदूरों को एंबुलेंस के जरिए यहां पहुंचाया गया। जहां सभी श्रमिकों का जांच किया जा रहा है।
मजदूरों की सुरक्षित निकासी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा कि उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। सुरंग में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं। यह अत्यत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाये, वह कम है। मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प- शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।