Bihar:महागठबंधन में एंट्री चाहती है ओवैसी की पार्टी, AIMIM ने लालू को लिखी चिट्ठी

Neelam
By Neelam
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की हलचल बढ़ती जा रही है। एक तरफ एनडीए अपनी सत्ता बरकरार रखने की कोशिश में जुटा है तो राष्ट्रीय जनता दल की अगुवाई वाला महागठबंधन सत्ता में वापसी की ताक में है। ऐसे में दांव-पेच खूब चल रहे हैं। इस बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) महागठबंधन में शामिल होने के लिए जोर-आजमाइश कर रही है। ऐसे में एआईएमआईएम ने बड़ी पहल करते हुए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद को एक चिट्ठी लिखी है। जिसमें पार्टी को महागठबंधन में शामिल करने का अनुरोध किया गया है।

सेकुलर वोटों के बिखराव का डर

बिहार एआईएमआईएम के अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल ईमान ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को इस संबंध में चिट्ठी लिखी है। एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल ईमान ने राजद सुप्रीमो लालू यादव को चिट्ठी लिखकर पार्टी को महागठबंधन में शामिल करने के लिए आग्रह किया है। उन्होंने लिखा, अगर हम लोग मिलकर लड़ेंगे तो सेकुलर वोटों का बिखराव नहीं होगा और अगली सरकार महागठबंधन की बनेगी।

साम्प्रदायिक शक्तियों को सत्ता में आने से रोकने की अपील

लालू को लिखे इस चिट्ठी में कहा गया है कि आप इस बात से बखूबी अवगत है कि 2015 से बिहार की राजनिति में एआईएमआईएम पार्टी अपनी सक्रिय भूमिका निभा रही है। पार्टी का पहले ही दिन से प्रयास रहा है कि चुनाव के समय सेक्युलर वोटो का बिखराव ना हो। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सेक्युलर वोटों के बिखराव के कारण ही साम्प्रदायिक शक्तियों को सत्तासीन होने का अवसर मिलता है।

जल्द फैसला लेने का आग्रह

चिट्ठी में अख्तरुल ईमान ने आगे लिखा है कि हमने पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव के समय महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी, लेकिन हमारा प्रयास सफल ना हो सका। साल 2025 विधानसभा का चुनाव हमारे सामने है, इसलिए एक बार फिर हमारी इच्छा है कि एआईएमआईएम पार्टी को महागठबंधन में शामिल किया जाए। हमने महागठबंधन में शामिल होने के लिए राजद, कांग्रेस और महागठबंधन के अन्य दलों से बातचीत की है, प्रस्ताव भेजा हुआ है। कृपया जल्द इस पर निर्णय लें।

2020 में एआईएमआईएम का शानदार प्रदर्शन

बता दें कि बिहार की सियासत में 2020 के विधानसभा चुनाव में ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एआईएमआईएम ने पांच सीटों पर जीत हासिल की थी। सीमांचल के मुस्लिम बहुल इलाकों से उसके पांच विधायक चुनाव जीतने में सफल रहे थे। इस जीत ने एआईएमआईएम को बिहार विधानसभा में एक महत्वपूर्ण ताकत बना दिया था और माना जा रहा था कि पार्टी राज्य की राजनीति में लंबी पारी खेलेगी। लेकिन चुनाव के लगभग डेढ़ साल बाद पूरा खेल पलट गया। 29 जून 2022 को एआईएमआईएम को एक बड़ा झटका देते हुए, उसके पांच में से चार विधायकों ने पार्टी छोड़ दी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का दामन थाम लिया। अख्तरुल ईमान अकेले विधायक जो पार्टी में रहे जिन्होंने एआईएमआईएम नहीं छोड़ी और पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखी।

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