डिजिटल डेस्क। कोलकाता: इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) कलकत्ता के बॉयज हॉस्टल में सामने आए कथित दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है। इस हाई-प्रोफाइल मामले में पुलिस अब संस्थान के तीन अन्य छात्रों से पूछताछ की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी ने कथित वारदात को अंजाम देने के बाद इन तीनों छात्रों से मोबाइल पर बातचीत की थी। पुलिस ने इन छात्रों से पूछताछ की अनुमति के लिए आइआइएम कलकत्ता प्रबंधन को पत्र लिखा है।
बता दे कि इस मामले का मुख्य आरोपी फिलहाल 19 जुलाई तक पुलिस हिरासत में है। पुलिस ने आइआइएम कलकत्ता प्रबंधन से कथित वारदात के दिन यानी गत 11 जुलाई का पूरा सीसीटीवी फुटेज भी मांगा है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस फुटेज खंगाल कर यह पता लगाना चाहती है कि ‘पीड़िता’ कथित वारदात वाले दिन कैंपस के अंदर किन-किन जगहों पर गई थी।
मामले में एक बड़ा मोड़ तब आया जब पुलिस ने ‘पीड़िता’ के बयान में कई विसंगतियां मिलने की बात कही। पुलिस का कहना है कि ‘पीड़िता’ जांच में सहयोग नहीं कर रही है। उसने अभी तक अपना मेडिकल टेस्ट नहीं कराया है, न ही वारदात के समय पहने अपने कपड़े व मोबाइल फोन जांच के लिए पुलिस को सौंपे हैं। ‘पीड़िता’ गत सोमवार और मंगलवार को अपना गुप्त बयान दर्ज कराने भी अदालत नहीं पहुंची।
इसके अलावा, पीड़िता ने खुद को मनोचिकित्सक बताया है, लेकिन अपनी योग्यता के समर्थन में कोई दस्तावेज पेश नहीं कर पाई है। सबसे अहम बात यह है कि पीड़िता के पिता पहले ही कह चुके हैं कि उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है। उन्होंने हरिदेवपुर थाने की पुलिस पर भी उससे जबरन दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कराने का आरोप लगाया है।कोलकाता पुलिस ने इस मामले की गहन जांच के लिए नौ सदस्यीय एसआइटी का गठन किया है। पुलिस सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके।