बिहार विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। नीतीश कैबिनेट का यह आखिरी सत्र है, इसलिए ये बेहद अहम माना जा रहा है। आज सत्र का चौथा दिन है। इससे पहले के तीनों दिन हंगामेदार रहे हैं। सत्र के चौथे दिन भी SIR के मुद्दे पर विपक्ष के विधायकों का हंगामा जारी रहा। दरअसलउप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जैसे ही SIR के विषय में बोलना शुरू किया। तेजस्वी यादव ने हस्तक्षेप किया। तेजस्वी यादव के हस्तक्षेप के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। भाकपा माले के विधायक वेल में पहुंचे।

कल की नोंक-झोंक के लिए तेजस्वी ने जताया खेद
बिहार विधानसभा की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि कल जो हुआ, वह ठीक नहीं हुआ। बिहार की तरक्की के लिए ही हम लोग यहां आए हैं। यह आखिरी ही सत्र है। अगर पांच साल में हमसे या सत्ता पक्ष से कोई गलती हुई हो तो माफी मांगी जानी चाहिए। दोनों तरफ को माफी मांगनी चाहिए। मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए।
तेजस्वी ने चुनाव आयोग पर उठाया सवाल
तेजस्वी यादव ने आज सदन में चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, चुनाव आयोग कौन होता है बाहरियों को चुनने वाला। उनका कहना है कि निर्वाचन आयोग का काम सिर्फ चुनाव कराना है, वे बाहरी लोगों को चुनने का काम नहीं कर सकते। उन्होंने चुनाव आयोग के शपथ पत्र पर भी सवाल उठाया। तेजस्वी ने कहा कि शपथ पत्र में विदेशियों का कोई जिक्र नहीं है।
बिहार में घुसपैठ हुई तो नीतीश-मोदी दोषी- तेजस्वी
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने घुसपैठियों के मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग कह रहा है कि SIR से फर्जी मतदाता और घुसपैठियों की पहचान हुई है, अगर कोई घुसपैठिया बिहार में आया है, यहां रह रहा है तो सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, नीतीश कुमार 2005 से सीएम हैं। नरेंद्र मोदी 2014 से प्रधानमंत्री हैं। इसलिए घुसपैठ के लिए वे भी दोषी हैं।
SIR में किसी बिहारी का नाम न कटे- तेजस्वी
वहीं, कल हुई नोंक-झोंक के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार से खास अपील की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम से मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी यह सुनिश्चित करें के बिहार में SIR के दौरान किसी बिहारी का नाम वोटर लिस्ट से न कटे, क्यों कि हर बिहारी को वोट देने का अधिकार है।