बिहार में मतदात-सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने तो बीजेपी और चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। तेजस्वी लगातार चुनाव आयोग पर हमलावर हैं। आरजेडी नेता हर रोज वोट चोरी के नए-नए मामले सामने ला रहे हैं। तेजस्वी यादव ने पहले डिप्टी सीएम विजय सिन्हा को वेटर आईडी को लेकर बड़ा खुलासा किया। इसके बाद मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला देवी और अब एलजेपी राम विलास पार्टी की वैशाली से सांसद वीणा देवी के पास दो-दो वोटर आईडी कार्ड का दावा किया है।

सांसद वीणा देवी के पास दो EPIC नंबर का दावा
तेजस्वी यादव ने देर रात एक्स पर पोस्ट कर वैशाली से चिराग पासवानी की पार्टी की सांसद वीणा देवी पर दो वोटर आईडी कार्ड रखने के आरोप लगाए। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि वीणा देवी के पास दो अलग-अलग EPIC आईडी- UTO1134543 और GSB1037894 हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये दो वोटर आईडी कार्ड दो अलग-अलग जिलों और दो अलग-अलग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों से जुड़े हैं।
दोनों EPIC नंबर में उम्र अलग-अलग
तेजस्वी के मुताबिक वीणा देवी के नाम पहला EPIC नंबर GSB1037894 है जो मुजफ्फरपुर विधानसभा से जारी हुआ है। वहीं वीणा देवी का दूसरा EPIC नंबर UTO1134543 साहेबगंज विधानसभा से जारी हुआ है। तेजस्वी का दावा है कि दोनों EPIC नंबर मुजफ्फरपुर जिले के है लेकिन दोनों में वीणा देवी की उम्र अलग-अलग है। एक में 54 साल वहीं दूसरे में 55 साल उम्र दर्ज है।
चुनाव आयोग से पूछा सवाल
तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि एसआईआर यानी विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया में वीणा देवी ने दो अलग-अलग गणना फॉर्म भरे होंगे और दो अलग-अलग हस्ताक्षर किए, जिसे चुनाव आयोग ने भी प्रमाणित किया। चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित नई ड्राफ्ट सूची में दो अलग-अलग उम्र के साथ, दो अलग-अलग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, दो अलग-अलग विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दो अलग-अलग उम्र के साथ इनके दो अलग-अलग वोट कैसे बन गए?
चुनाव आयोग पर साधा निशाना
आरजेडी नेता ने निर्वाचन आयोग पर संवैधानिक संस्था के रूप में आयोग अपनी स्थिति के ”दुरुपयोग” का आरोप लगाया। कहा कि भाजपा अपने हित में चुनाव आयोग का उपयोग कर रही। आयोग द्वारा विपक्षी महागठबंधन की शिकायतों व अपेक्षाओं की अनदेखी की जा रही।