पटना में डेंगू डराने लगा है। डेंगू के ममले तेज़ी से पांव पसार रहे है। एक ही दिन में 15 नए मरीज मिले, जो इस साल का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं, पिछले 48 घंटे में कुल 28 मरीज सामने आए हैं। अगस्त के शुरुआती 20 दिनों में ही डेंगू के 71 पीड़ित मिल चुके हैं, जबकि जनवरी से अब तक यह संख्या 150 पार कर गई है।

बारिश और जल जमाव तेजी से बढ़े मामले
बिहार में बारिश और जल जमाव के बाद अब पटना में डेंगू के मामले में इजाफा देखा जा रहा है। 15 अगस्त से अब तक के लिए गये आंकड़ों के अनुसार 15 अगस्त को 6, 16 अगस्त को 4, 17 अगस्त को 9, 18 अगस्त को 2, 19 अगस्त को 13 और बुधवार को 15 नए मरीज मिले हैं। कुल मिलाकर कहा जाय तो अगस्त महीने में लगभग 71 डेंगू के मामले मिले हैं।
इन इलाकों में डेंगू का सबसे ज्यादा असर
मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डेंगू का सबसे ज्यादा असर उन इलाकों में हो रहा है जहां पानी का जमाव रहता है। कंकड़बाग, पोस्टल पार्क, योगीपुर, जक्कनपुर, जगनपुरा, पटना सिटी, बोरिंग रोड, बोरिंग कैनाल रोड, पाटलिपुत्र कॉलोनी, दीघा, गोला रोड, रूपसपुर, फुलवारीशरीफ और दानापुर जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. ये वही मोहल्ले हैं जो पिछले साल भी डेंगू के हॉटस्पॉट बने थे।
सभी सरकारी अस्पताल हाई अलर्ट पर
डेंगू के मामलों में अत्यधिक वृद्धि के कारण अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। आईजीआईएमएस, पीएमसीएच, पटना एम्स और एनएमसीएच में मरीजों का इलाज चल रहा है। आईजीआईएमएस में इस समय चार मरीज भर्ती हैं। वहीं पारस, मेदांता, रूबन और मेडिवर्सल जैसे निजी अस्पतालों के ओपीडी में भी डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसको लेकर सिविल सर्जन ने सभी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने भी सभी सरकारी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा है।
ऐसे करें डेंगू से बचाव
सिविल सर्जन डॉ अविनाश कुमार सिंह का कहना है कि डेंगू से बचाव ही सबसे बड़ी सावधानी है। इसके लिए घर के आसपास पानी जमा न होने दें, हर सप्ताह कूलर, गमले और अन्य बर्तनों का पानी बदलें। इसके साथ ही उन्होंने पूरी बांह के कपड़े पहनने के साथ-साथ, मच्छरदानी लगाने की सलाह दी है। उन्होंने बच्चों और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देने की भी बात कही। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा है।