दवाई दुकानों की औचक जांच के निर्देश, विद्यालयों में बनेगी एंटी-ड्रग टीम
नेशनल नार्कोटिक्स कोऑर्डिनेशन (एनकोर्ड) की जिला स्तरीय समिति की बैठक उप विकास आयुक्त सादात अनवर की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में बच्चों, किशोरों और युवाओं को नशे की गिरफ्त से दूर रखने पर विस्तार से चर्चा की गई।
उप विकास आयुक्त ने कहा कि स्कूल और शैक्षणिक संस्थाओं के आसपास किसी भी तरह के मादक पदार्थों की बिक्री नहीं होनी चाहिए। नशे का सेवन युवाओं के भविष्य को अंधकारमय बना देता है और वे विभिन्न गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। इसकी रोकथाम के लिए शिक्षा विभाग और समाज कल्याण विभाग को जमीनी स्तर पर कार्य करना होगा तथा व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाना होगा।
दवा दुकानों की जांच और निगरानी
उप विकास आयुक्त ने बैठक में मौजूद ड्रग इंस्पेक्टर को दवा दुकानों की औचक जांच करने के निर्देश दिए। साथ ही नकली दवा के विरुद्ध अभियान चलाने, बिल की जांच करने, कुछ दवाइयों के सैंपल की जांच कराने और प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पूरी तरह रोकने को कहा।
निरंतर अभियान और विद्यालयों में कार्यशालाएं
उन्होंने नशीली वस्तुओं की बिक्री पर नियंत्रण के लिए निरंतर अभियान चलाने का निर्देश दिया। साथ ही छात्र-छात्राओं को नशा के प्रति जागरूक करने के लिए विद्यालयों में कार्यशालाएं आयोजित करने और सभी सरकारी व निजी विद्यालयों में एंटी-ड्रग टीम के गठन पर जोर दिया।
तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा
बैठक में तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम पर भी चर्चा हुई। उप विकास आयुक्त ने कोटपा अधिनियम 2003 के तहत व्यापक रूप से अभियान चलाने का निर्देश दिया।
बैठक में सहायक आयुक्त उत्पाद राम लीला रवानी, डीएसपी मुख्यालय 1 शंकर कामती, जिला शिक्षा पदाधिकारी अभिषेक झा, जिला शिक्षा अधीक्षक आयुष कुमार, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी साधना कुमारी, ड्रग इंस्पेक्टर राजेश कुमार, विरेन्द्र कुमार, जिला तंबाकू नियंत्रण सेल से मंजू दास, जिला सलाहकार राहुल कुमार और सामाजिक कार्यकर्ता शुभंकर मैत्रा सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।