धनबाद, : असम से निकला और पश्चिम बंगाल होते हुए धनबाद पहुंचा महानगर नगर संकीर्तन बुधवार को शहर में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत माहौल लेकर आया। गुरु गोविंद सिंह महाराज के गुरु गद्दी पर्व और गुरु तेग बहादुर, भाई सती दास, मती दास एवं भाई दयाला जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित यह संकीर्तन धनबाद की धरती पर पहुंचते ही पूरे शहर में जयघोष गूंज उठा।



पुष्पवर्षा से हुआ अभिनंदन
चिरकुंडा से धनबाद तक शोभायात्रा के दौरान जगह-जगह श्रद्धालुओं ने फूल बरसाकर संकीर्तन मंडली का स्वागत किया। शोभायात्रा में शामिल पालकी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब विराजमान थे, जबकि पंज प्यारे, पांच निशान साहिब, ढोल-नगाड़े और बैंड इस यात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे। गुरुओं के शस्त्रों से सुसज्जित रथ भी नगर संकीर्तन में आकर्षण का केंद्र रहा।



इस दौरान तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के महासचिव इंद्रजीत सिंह ने और बड़ा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी धनबाद के संयुक्त सचिव शहबाज़ सिंह ने पांच प्यार को माला और स्वरूपा देकर सम्मानित किया।
गुरुवाणी से निहाल हुई संगत



धनबाद पहुंचने पर हजारों की संख्या में संगत ने गुरुवाणी का आनंद लिया और मत्था टेककर आशीर्वाद प्राप्त किया। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर से आए कीर्तनी जत्थों ने शब्द-कीर्तन प्रस्तुत किया, जिससे वातावरण भक्ति रस में डूब गया। इस दौरान शहरभर की गलियों और मार्गों में ‘गुरु तेग बहादुर अमर रहें’ के जयकारे गूंजते रहे।
गुरु तेग बहादुर जी की याद में

इस मौके पर बड़ा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के संयुक्त सचिव शहबाज़ सिंह ने कहा – “गुरु तेग बहादुर जी को ‘हिंद की चादर’ कहा जाता है। वे एक महान योद्धा और आध्यात्मिक व्यक्तित्व थे, जिन्होंने धार्मिक स्वतंत्रता, सत्य और मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उनका बलिदान हमें सत्य और न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।”
गणमान्य लोग रहे मौजूद

नगर संकीर्तन के स्वागत में बड़ा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के राजेंद्र सिंह चहल, गुरु चरण सिंह माझा, सतपाल सिंह बेरोका, मनजीत सिंह सलूजा, मंजीत सिंह पाथरडीह सहित अनेक समाजसेवी और श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर तख्त श्री हरमंदिर साहिब, पटना के महासचिव इंद्रजीत सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने पांच प्यारों को माला और स्वरूपा देकर सम्मानित किया।

23 राज्यों का भ्रमण, पंजाब में होगा समापन
गौरतलब है कि यह महानगर संकीर्तन 21 अगस्त को असम के गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर जी, धोबरी साहिब से प्रारंभ हुआ था। यह यात्रा विभिन्न राज्यों का भ्रमण करते हुए 23 नवंबर को आनंदपुर साहिब (पंजाब) में संपन्न होगी। धनबाद के बाद यह शोभायात्रा जमशेदपुर के लिए रवाना हो गई।



धनबाद में इस संकीर्तन के आगमन ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। शहर की गलियां गुरुवाणी से गूंज उठीं और पूरा माहौल गुरु के प्रेम व आस्था में रंग गया।