लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मतदाता सूची में कथित फर्जीवाड़े को लेकर नया दावा किया है। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि चुनाव आयोग ने पूरे प्रोसेस को हाईजैक कर मतदाताओं को वोट डिलीट किए हैं। राहुल गांधी ने कॉल सेंटर के जरिए लोगों के नाम काटे जाने का आरोप लगाया। राहुल गांधी के इस बयान पर चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया सामने आई है।चुनाव आयोग ने कहा कि ऐसा करना बिल्कुल संभव नहीं है।

चुनाव आयोग ने क्या कहा?
चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए राहुल के सभी आरोपों को गलत ठहराया है। इलेक्शन कमीशन ने राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म होने के कुछ ही मिनटों बाद जवाब दे दिया। आयोग ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, राहुल गांधी के आरोप आरोप गलत और निराधार हैं। किसी भी वोट को कोई भी आम व्यक्ति ऑनलाइन नहीं हटा सकता, जैसा कि राहुल गांधी द्वारा गलत ढंग से समझा गया है।
नाम हटाने से पहले प्रभावित को मिलता है मौका
आयोग ने यह भी कहा कि किसी भी मतदाता का नाम हटाने से पहले, प्रभावित व्यक्ति को सुनने का अवसर दिए बिना ऐसा नहीं किया जा सकता। आयोग ने बताया कि 2023 में अलंद विधानसभा क्षेत्र में वोटर डिलीट करने की असफल कोशिश हुई थी, जिस पर चुनाव आयोग ने खुद एफआईआर दर्ज करवाई।
लोकतंत्र को नष्ट करने वालों को बचाने का आरोप
इससे पहले गुरूवार को राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, यह इस देश के युवाओं को यह समझाने और दिखाने की दिशा में एक और मील का पत्थर है कि चुनावों में किस तरह धांधली हो रही है। मैं चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के बारे में एक मजबूत दावा करने जा रहा हूं। मैं भारत के लोगों को एक ऐसा सबूत दिखाने जा रहा हूं, जो बिल्कुल साफ और स्पष्ट है कि भारत का चुनाव आयोग उन लोगों को बचा रहा है, जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र को नष्ट किया है।
सॉफ्टवेयर के जरिए वोट डिलीट करने का आरोप
राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक के आलंद में 6,018 फर्जी डिलीशन आवेदन दाखिल किए गए, जो कांग्रेस के गढ़ में मतदाताओं को निशाना बनाने के लिए थे। उन्होंने दावा किया कि वोट डिलीशन व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सॉफ्टवेयर के जरिए केंद्रीकृत और योजनाबद्ध तरीके से किया गया। कुछ समूह लाखों मतदाताओं, खासकर अल्पसंख्यकों और दलितों, को व्यवस्थित रूप से निशाना बना रहे हैं। कर्नाटक सीआईडी ने वोटर डिलीशन की जांच शुरू की, लेकिन चुनाव आयोग ने अभी तक जानकारी नहीं दी। राहुल ने कहा कि यह अभी हाईड्रोजन-बम नहीं है और बड़ा खुलासा अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि कानूनी व्यवस्था जैसे अन्य संस्थानों को भी इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।

