विधानसभा चुनाव से पहले बिहार का सियासी पारा हाई है। चुनाव से पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव अपनी ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के जरिए वोटरों को साधने में जुटे हैं। इस बीच मोकामा में यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव युवाओं को कलम बांटते नजर आए। तेजस्वी के इस कदम से बिहार की सियासत में नई बहस छिड़ गई है। विपक्ष ने ‘पेन पॉलिटिक्स’ का नाम दिया है।

नीरज कुमार ने चरवाहा विद्यालय की दिलाई याद
तेजस्वी के इस नए अंदाज पर जदयू के विधान परिषद सदस्य एवं मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने जोरदार तंज कसा है। उन्होंने कहा, कलम बांटने से पहले विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को उनका नाम बताना चाहिए, जिनके शासन में राज्य की बड़ी आबादी को अशिक्षित रखने की साजिश रची गई थी। उन्होंने गुरुवार को कहा कि तेजस्वी यादव आजकल घुड़सवारी कर रहे हैं। कलम भी बांट रहे हैं। उनके दोनों कृत्य का कोई औचित्य नहीं है। उन्हें बताना चाहिए कि राज्य में चरवाहा विद्यालय खोलने की योजना किस सरकार में बनी थी।
तेजस्वी की अधूरी पढ़ाई पर भी कसा तंज
नीरज कुमार ने आगे कहा कि तेजस्वी को यह भी बताना चाहिए कि चरवाहा विद्यालय में साढ़े चार रुपये की फीस पर पढ़ाई होती थी। इस समय नीतीश कुमार की सरकार में पांच रुपये की फीस देकर गरीबों के बच्चे पॉलिटेक्निक में पढ़ रहे हैं। तेजस्वी कलम बांटने में नहीं, इसे फेंकने में विश्वास रखते हैं। यही कारण है कि पर्याप्त अवसर रहने के बाद भी उन्होंने पढ़ाई पूरी नहीं की।
बाहुबली छवि वाले नेताओं पर तेजस्वी का तंज
इससे पहले बिहार अधिकार यात्रा के क्रम में गुरुवार को मोकामा पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव युवाओं को कलम बांटते दिखे थे। तेजस्वी ने मोकामा में बाहुबली छवि वाले नेताओं पर सीधा तंज कसा था। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा, यहां लोग बंदूक बांट रहे हैं, लेकिन हम कलम बांट रहे हैं। कलम की ताकत को समझिए। तेजस्वी आएगा तो बच्चों का भविष्य सुरक्षित होगा। मोकामा में उन्होंने घोड़े पर सवार होकर रोड शो भी किया, जिसने यात्रा को और आकर्षक बना दिया।

