लगातार चर्चाओं में बने भोजपुरी के मशहूर गायक और सुपरस्टार पवन सिंह ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। पवन सिंह ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में हिस्सा न लेने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनका चुनाव लड़ने का मकसद नहीं है और वह केवल पार्टी का सच्चा सिपाही बने रहना चाहते हैं।उन्होंने सोशल मीडिया पर चुनाव न लड़ने का ऐलान कप हलचल मचा दी।

शनिवार सुबह सोशल मीडिया पर भोजपुर सुपरस्टार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है कि मैं पवन सिंह, अपने भोजपुरीया समाज से कहना चाहता हूँ कि मैंने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं किया था और न ही मेरा कोई ऐसा इरादा है। मैं पार्टी का एक सच्चा सिपाही हूं और हमेशा रहूंगा।
पत्नी से जारी विवाद के बीच किया ऐलान
पवन सिंह का निजी जीवन भी सुर्खियों में बना हुआ है। उनकी पत्नी ज्योति सिंह के साथ चल रहे विवाद ने मीडिया में लगातार जगह बनाई हुई है। ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने शादी के बाहर महिलाओं से संबंध रखने, उन्हें गर्भपात की दवा जबरन खिलाने, घर में एंट्री न देने और प्रताड़ना जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। इस बीच ज्योति सिंह ने यह भी दावा किया था कि पवन सिंह ने अपने घर के बाहर पुलिस खड़ी की है। ऐसे में उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें जेल जाना पड़ता है तो वह आत्महत्या कर लेंगी।
चुनावी मैदान में उतरने की थी चर्चा
बता दें कि बीते दिनों पवन सिंह की बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ कई मुलाकातों को लेकर खबरें सामने आई थीं कि वह इस बार चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। इस मौके पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े और रितुराज सिन्हा मौजूद थे। उपेंद्र कुशवाहा ने उन्हें सार्वजनिक रूप से आशीर्वाद दिया। इसके बाद पवन सिंह दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से भी मिले। बीजेपी में वापसी के बाद पवन सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि वे प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘विकसित बिहार’ के विज़न पर काम करेंगे। हालांकि अब स्पष्ट हो गया है कि पवन सिंह चुनाव नहीं लड़ेंगे। राजनीतिक विश्लेषक इसे बीजेपी के चुनाव रणनीति के नजरिए से भी देख रहे हैं।