Bihar: सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन खींचतान जारी, जानिए क्या है दोनों तरफ का संभावित फार्मूला

Neelam
By Neelam
5 Min Read

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख धीरे-धीरे नजदीक आती जा रही है। इस बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन में सीटों के बँटवारे पर माथापच्ची जारी है। दोनों खेमों में सीटों के बँटवारे को अंतिम रूप देने में लगातार देरी हो रही है। एनडीए और महागठबंधन दोनों में सीट बंटवारे पर अंतिम सहमति नहीं बन पाई है। सूत्रों के मुताबिक रविवार यानी आज दोनों गठबंधन दिल्ली में अलग-अलग बैठकों में अंतिम फार्मूला तय कर सकते हैं। जहां एनडीए में बीजेपी और जेडीयू के बीच सीटों का लगभग फार्मूला तैयार है, वहीं महागठबंधन में आरजेडी और कांग्रेस के बीच अभी भी कुछ सीटों पर मतभेद बने हुए हैं।

चिराग-मांझी और कुशवाहा ने बढ़ाई टेंशन

सीट बंटवारे पर एनडीए की सबसे बड़ी समस्या एलजेपी-आर के नेता चिराग पासवान को संतुष्ट करने की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें 29 सीटें देकर भाजपा ने मना लिया है। वे 40 सीटों की जिद कर रहे थे। उन्हें मनाने में ही 3 दिन से अधिक का समय लग गया। भाजपा के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की तो चिराग ने सुनी ही नहीं। इसलिए उनसे निकट संबंध रखने वाले नित्यानंद राय और मंगल पांडेय को मान-मनौवल के लिए लगाना पड़ा। चिराग माने तो हम के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने 15 सीटों के लिए जिद ठान ली। उन्होंने तर्क दिया कि विधानसभा में मान्यता के लिए उन्हें 6 सीटें जीतना जरूरी है और यह तभी संभव हो पाएगा, जब वे कम से कम 15 सीटों पर लड़ें। जानकारी तो यह भी मिल रही है कि उनके सम्मान की रक्षा नहीं हुई तो वे कड़ा रुख अख्तियार कर सकते हैं। अब तक चुप रहे आरएलएम के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को भी ऑफर की गई सीटें स्वीकार नहीं हैं।

क्या हो सकता है एनडीए का फॉर्मूला

सूत्रों के अनुसार, एनडीएमें बीजेपी और जेडीयू प्रमुख तौर पर अधिकांश सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी BJP के खाते में 101 सीटें और जेडीयू के खाते में 102 सीटें जाने की संभावना है। जबकि छोटे दलों को उनके क्षेत्रीय प्रभाव के हिसाब से हिस्सेदारी दी जाएगी। एलजेपी(रामविलास) को 26 सीटें, साथ ही राज्यसभा की एक सीट और विधान परिषद की दो सीटें मिलने की चर्चा है।  हम (जीतनराम मांझी) को 8 सीटें और आरएलएम (उपेंद्र कुशवाहा) को 5 से 7 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है। एनडीएके नेताओं की रविवार को दिल्ली में अहम बैठक बुलाई गई है, जिसमें कई नेता शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि बैठक में सीटों पर अंतिम मुहर लग सकती है और अगले हफ्ते तक उम्मीदवारों की पहली सूची जारी हो सकती है।

महागठबंधन में पेंच बाकी

वहीं, दूसरी तरफ महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फार्मूला अब तक तय नहीं हुआ है। आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर लंबी चर्चा जारी है। महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान के बीच रविवार को तेजस्वी यादव अपने पिताजी और राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के साथ दिल्ली रवाना हो गए। माना जा रहा है कि दिल्ली में वे कांग्रेस के बड़े नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। वहीं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर प्रायः सभी चर्चा हो चुकी है। उन्होंने आगे महागठबंधन में किसी भी तरह की नाराजगी से इनकार करते हुए कहा कि ऑल इज वेल।

महागठबंधन में संभावित फार्मूला

सूत्रों के अनुसार, महागठबंधन के भीतर सीट वितरण का संभावित फार्मूला कुछ इस तरह होगाः-

  • आरजेडी: 134-135 सीटें
  • कांग्रेस: 54-55 सीटें
  • सीपीआई (एमएल): 21-22 सीटें
  • सीपीआई: 6 सीटें
  • सीपीआई(एम): 4 सीटें
  • वीआईपी: 15-16 सीटें
  • जेएमएम, आरएलजेपी, आईआईपीI और अन्य दलों को मिलाकर 6-7 सीटें।
Share This Article