Bihar: बादलों ने फिर साजिश की…सीट बंटवारे के बाद कुशवाहा ने शायराना अंदाज में बयां किया दर्द

Neelam
By Neelam
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट शेयरिंग तो हो गई, लेकिन इसके साथ ही गठबंधन में बगावत की आग भी सुलग उठी है। एनडीए के दो छोटे सहयोगी दल केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राज्यसभा सदस्य उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) को छह-छह सीट मिलने पर दोनों दलों ने सीट बंटवारे के फार्मूले को लेकर असंतोष जताया है।

इशारों-इशारों में जताई नाराजगी

राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने 12 अक्टूबर, रविवार रात में ही कहा था कि फैसले से उनकी पार्टी से जुड़े हजारों-लाखों लोगों का मन दुखी होगा। अब सोमवार की सुबह उन्होंने इशारों-इशारों में अपनी भी नाराजगी जाहिर कर दी। आरएलएम के चीफ उपेंद्र कुशवाहा ने कल भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर समर्थकों से माफी मांगी थी। आज भी उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट किया है, जिससे साफ पता चल रहा है कि वे सीट बंटवारे से खुश नहीं दिख रहे हैं।

गठबंधन में छह सीटें मिलने से नाखुश

कुशवाहा ने आज एक्स पर पोस्ट लिखा, आज बादलों ने फिर साजिश की, जहां मेरा घर था वहीं बारिश की। अगर फलक को जिद है बिजलियां गिराने की, तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियां बसाने की। उनकी बातों से स्पष्ट लग रहा था कि गठबंधन में छह सीटें मिलने के बाद वह खुश नहीं है। 

पहले समर्थकों से मांगी माफी

रविवार को भी कुशवाहा ने एनडीए में गठबंधन के जरिए मिले 6 सीटों के लिए अपने समर्थकों से माफी मांगी। उन्होंने रविवार रात को सीट बंटवारे के ऐलान के बाद ही इस पर निराशा जताई थी। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि आप सभी से क्षमा चाहता हूं। आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या नहीं हो पाई। मैं समझ रहा हूं, इस निर्णय से अपनी पार्टी के उम्मीदवार होने की इच्छा रखने वाले साथियों सहित हजारों-लाखों लोगों का मन दुखी होगा। आज कई घरों में खाना नहीं बना होगा। परन्तु आप सभी मेरी एवं पार्टी की विवशता और सीमा को बखूबी समझ रहे होंगे।

समर्थकों से गुस्से को शांत रखने की अपील

कुशवाहा ने आगे कहा कि किसी भी निर्णय के पीछे कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जो बाहर से दिखतीं हैं मगर कुछ ऐसी भी होती हैं जो बाहर से नहीं दिखतीं। हम जानते हैं कि अन्दर की परिस्थितियों से अनभिज्ञता के कारण आपके मन में मेरे प्रति गुस्सा भी होगा, जो स्वाभाविक भी है। आपसे विनम्र आग्रह है कि आप गुस्सा को शांत होने दीजिए, फिर आप स्वयं महसूस करेंगे कि फैसला कितना उचित है या अनुचित। फिर कुछ आने वाला समय बताएगा। फिलहाल इतना ही। 

मांझी बोले- एनडीए को खामियाज़ा भी भुगतना पड़ सकता है

वहीं एनडीए में ही शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, हम भी अपनी सीटों की संख्या से खुश नहीं है। पार्टी के मुखिया जीतनराम मांझी ने सीट बंटवारों की घोषणा के बाद कहा था कि आलाकमान ने जो निर्णय लिया वह सर आंखों पर है, लेकिन 6 सीट देकर हमारे महत्व को कम आंका गया है। ऐसे में हो सकता है एनडीए को इसका खामियाज़ा भी भुगतना पड़े।

एनडीए में सीट शेयरिंग

बता दें कि एनडीए ने रविवार को 243 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए सीट बंटवारे की घोषणा की थी, जिसके तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 101-101 सीट पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि शेष सीट छोटे घटक दलों को दी जाएंगी। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 29 सीट पर उम्मीदवार उतारेगी।

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