Bihar: कौन थे सीताराम केसरी? जिनका जिक्र कर पीएम मोदी ने बेगूसराय रैली में कांग्रेस को घेरा

Neelam
By Neelam
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बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार अभियान को तेज कर दिया है। एक दूसरे पर जुबानी हमले किए जा रहे हैं। एक दूसरे पर निशाना साधने के क्रम में कई पुराने किस्सों का भी जिक्र हो रहा है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को  बेगूसराय में अपनी रैली के दौरान ऐसे ही एक किस्से का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा।

सीताराम केसरी का नाम लेकर कांग्रेस को घेरा

बेगूसराय की रैली प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस के खिलाफ पार्टी पूर्व अध्यक्ष के अपमान का मुद्दा उछाला। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सीताराम केसरी की पुण्यतिथि पर मुख्य विपक्षी दल पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, कांग्रेस में एक परिवार है जो देश का सबसे भ्रष्ट परिवार है। उन्होंने अपने ही पूर्व अध्यक्ष सीताराम केसरी को बाथरूम में बंद कर दिया था और फिर सड़क पर फेंक दिया था। ऐसे लोग लोकतंत्र और सम्मान की बात करते हैं।

राहुल गांधी के सीताराम केसरी को किया याद

पीएम मोदी ने रैली में आगे कहा कि आज कांग्रेस के पूर्व अध्य सीताराम केसरी की पुण्यतिथि है। देश कभी नहीं भूल सकता कि किस तरह कांग्रेस के इस परिवार ने सीताराम केसरी जी का अपमान किया था। आज का दिन हमें याद दिलाता है कि कांग्रेस दलितों और पिछड़ों का अधिकार छीनने के लिए क्या कुछ कर सकती है। पीएम मोदी का यह बयान उस वक्त आया है जब राहुल गांधी ने इस चुनावी माहौल में सीताराम केसरी को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। राहुल गांधी के सीताराम केसरी को याद करने के बाद ही पीएम मोदी ने कांग्रेस और गांधी परिवार को लेकर टिप्पणी की है।

कौन थे सीताराम केसरी?

सीताराम केसरी बिहार की धरती से निकले ऐसे नेता थे जिन्होंने मात्र 13 साल की उम्र में स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लिया था। अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाने पर उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा। स्वतंत्रता के बाद उन्होंने राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई और छह बार संसद सदस्य बने- एक बार लोकसभा से और पांच बार राज्यसभा से। 1973 में वह बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सात साल बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष बने और इस पद पर लंबे समय तक रहे। केसरी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और राव के कार्यकाल में मंत्री रहे। कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में केसरी ने मुलायम सिंह यादव, कांशीराम, लालू यादव, रामविलास पासवान और नीतीश कुमार जैसे यूपी-बिहार के पिछड़ी जाति के नेताओं के साथ अपनी निकटता का प्रदर्शन किया।

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