बिहार विधानसभा चुनाव के रुझानों में एनडीए बंपर जीत की तरफ बढ़ रहा है। राजद के नेतृत्व में महागठबंधन का बुरा हाल है। इसी क्रम में मसौढ़ी में भी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का किला ढह गया है। जेडीयू ने इस सीट पर बाजी मारी है। जेडीयू के अरुण मांझी ने राजद की रेखा देवी को 7,643 वोट से हराया।

पिछले एक दशक से राजद का गढ़
मसौढ़ी राजद की अजेय सीट मानी जाती थी लेकिन जदयू ने इस चुनाव में राजद का ये किला भी ढहा दिया। मसौढ़ी अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित सीट है और पिछले एक दशक से राजद का गढ़ बनी हुई है। मौजूदा विधायक रेखा देवी लगातार दो बार (2015 और 2020) जीत चुकी हैं। 2020 में उन्होंने जदयू की नूतन पासवान को भारी अंतर से हराया था। रेखा देवी को 98,696 वोट मिले थे, जबकि नूतन पासवान को काफी पीछे रहना पड़ा।
2009 के बाद मजबूत होती गई राजद की पकड़
2008 के परिसीमन से पहले यह ‘स्विंग सीट’ मानी जाती थी, जहां कांग्रेस, सीपीआई और जनता दल जैसी पार्टियां जीतती रही थीं। कांग्रेस ने तीन बार, जबकि सीपीआई और जदयू ने दो-दो बार सफलता पाई। लेकिन आरक्षण के बाद राजद ने यादव-दलित समीकरण को मजबूती से साध लिया और सीट पर कब्जा जमा लिया। 2009 के लोकसभा चुनावों से ही राजद की पकड़ मजबूत होती गई।

