धनबाद के वैज्ञानिक डॉ. तापस चटर्जी की एक और अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि — रूस के प्रतिष्ठित जर्नल में शोध पत्र प्रकाशित

KK Sagar
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धनबाद/24 नवम्बर 2025। झारखंड के प्रख्यात वैज्ञानिक एवं सूक्ष्मजीव विज्ञानी डॉ. तापस चटर्जी (Ph.D., D.Sc.) को अंतरराष्ट्रीय शोध जगत में एक और बड़ी उपलब्धि मिली है। उनका नवीनतम शोध पत्र आज रूस के प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय जर्नल “Biodiversity and Sustainable Development” में प्रकाशित हुआ है। यह शोध वॉल्यूम 10, नंबर 3, पेज 3–12 में प्रकाशित हुआ है।

✦ शोध विषय और खोज

डॉ. तापस चटर्जी के इस महत्वपूर्ण शोध पत्र का शीर्षक है —
“First Report of Acineta tuberosa (Ciliophora) as an Epibiont on a Sea Spider (Pycnogonida) from Northwest Borneo (Brunei), with Notes on Ciliate Epibionts on Pycnogonids.”

इस शोध में समुद्री जीव Pycnogonida (Sea Spider) पर पाए गए विशेष प्रकार के सूक्ष्मजीव Acineta tuberosa (Ciliophora) की रिपोर्ट की गई है, जिसे पहली बार उत्तर-पश्चिम बोर्नियो (ब्रुनेई) क्षेत्र से वैज्ञानिक रूप से दर्ज किया गया है। इस अभूतपूर्व निरीक्षण को समुद्री जीव विज्ञान और सूक्ष्म जीव विज्ञान दोनों क्षेत्रों में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

✦ अंतरराष्ट्रीय टीम के साथ संयुक्त शोध

इस शोध में तीन देशों के वैज्ञानिक शामिल थे —
🔹 डॉ. तापस चटर्जी – भारत
🔹 प्रो. इगोर डोवगल – रूस
🔹 प्रो. डेविड जे. मार्शल – ब्रुनेई

इन तीनों शोधकर्ताओं के संयुक्त प्रयास से यह अध्ययन सफलतापूर्वक प्रकाशित हो सका।

✦ वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय में भारत का गौरव

अत्याधुनिक समुद्री सूक्ष्मजीव अनुसंधान में यह शोध एक मील का पत्थर साबित होगा।
इस प्रकाशन के साथ डॉ. तापस चटर्जी ने एक बार फिर भारतीय वैज्ञानिक समुदाय तथा झारखंड का नाम अंतरराष्ट्रीय पटल पर रौशन किया है।

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