बिहार की राजधानी पटना में जल्द ही बॉटनिकल गार्डन बनने जा रहा है। पटना में 10 एकड़ के एरिया में बॉटनिकल गार्डन बनेगा। बॉटनिकल गार्डन के लिए स्थान चिन्हित कर लिया गया है। राजापुर के सामने मेट्रो कास्टिंग यार्ड के बगल में बॉटनिकल गार्डन के लिए काम जोर-शोर से चल रहा है।

एक लाख से अधिक प्रजाति के पौध लगेंगे
बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (बीएसआरडीसी) ने राजपुर के पास मिट्टी भरने का काम शुरू कर दिया है। इस बॉटनिकल गार्डन में एक लाख से अधिक पौधों की प्रजातियां प्रदर्शित की जाएंगी। इन पौधों के वानस्पतिक नाम और उनकी विशेषताएं भी दी जाएंगी, ताकि यह स्थान छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए एक खुली प्रयोगशाला की तरह काम कर सके। इसके अलावा, यहां लुप्तप्राय पौधों की प्रजातियों का संरक्षण भी किया जाएगा। यह गार्डन विज्ञान और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थल बन जाएगा।
तैयार हो रहा गांधी मैदान का विकल्प
इसके साथ ही सभ्यता द्वार के सामने जेपी गंगा पथ के उत्तर एक बड़ा मैदान बनेगा। यह गांधी मैदान का विकल्प होगा। इसके उत्तर गंगा की कल-कल धारा बहती रहेगी। यहां बच्चों के खेलने के साथ-साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अभी पटना में एक ही बड़ा मैदान है, वो गांधी मैदान है, जहां अक्सर कार्यक्रमों के दौरान शहर में जाम की स्थिति देखने को मिलती है। बड़े राजनीतिक कार्यक्रमों के दौरान शहर में सड़क जाम हो जाती है और प्रशासन को नया रूट प्लान तैयार करना पड़ता है। नया मैदान बनने से इन समस्याओं से निजात मिलेगी।
जेपी गंगा पथ का विस्तार
साथ ही पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जेपी गंगा पथ के विस्तार और सौंदर्यकरण का काम किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत जेपी गंगा पथ का विस्तार दीघा से बिहटा तक किया जाएगा, जिससे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इसमें एलिवेटेड रोड, छह-लेन रोड और एलिवेटेड पुल का निर्माण किया जाएगा। साथ ही, लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जीवनी के म्यूरल भी लगाए जाएंगे।
गंगा चैनल का जीर्णोद्धार
गंगा नदी के किनारे बाढ़ से बचाव के लिए पत्थर के बोल्डर लगाए जाएंगे और दीघा से सभ्यता द्वार तक एक 6 मीटर चौड़ा वॉकवे बनाया जाएगा, जहां लोग शुद्ध वातावरण में मॉर्निंग वॉक कर सकेंगे। इस परियोजना से पटना के लोग गंगा नदी के किनारे बैठकर बिहार की संस्कृति का अनुभव कर सकेंगे।

