उत्तर प्रदेश में पंकज चौधरी के भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद अब बिहार बीजेपी में नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की चर्चा छिड़ गई है। माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव की चर्चा के बीच बिहार भाजपा में सांगठनिक स्तर पर बदलाव किए जा सकते हैं। इसकी संभावना इसलिए भी है कि बिहार में नई सरकार बनने के बाद प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल मंत्री बने हैं।

बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और नीतीश कुनार सरकार में उद्योग मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल को लेकर कयासों का बाजार गर्म है। माना जा रहा है कि पार्टी जल्द ही उनसे प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी लेकर किसी नए चेहरे को कमान सौंप सकती है।
नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में जुटी बीजेपी
भाजपा लंबे समय से संगठन और सरकार के पदों को अलग रखने की नीति अपनाती रही है। दिलीप कुमार जायसवाल जब बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए थे, तब उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। हालांकि, चुनाव में एनडीए की शानदार जीत के बाद उन्हें दोबारा नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया। अब खबर है कि पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि बिहार में जातीय समीकरण, संगठन अनुभव और राजनीतिक कद को मानदंड मानते हुए नए चेहरे का चयन होगा।
इन तीन नामों पर चर्चा तेज
दिलीप जायसवाल के संभावित हटने की चर्चा के साथ ही नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी मंथन शुरू हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के भीतर कई नामों पर विचार चल रहा है, लेकिन तीन चेहरे चर्चा में सबसे आगे बताए जा रहे हैं- नीतीश मिश्रा, संजीव चौरसिया और जनक राम।
नीतीश मिश्रा के नाम की चर्चा
ब्राह्मण चेहरे के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के बेटे और झंझारपुर से पांच बार विधायक रहे नीतीश मिश्रा का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। इस बार मंत्रिमंडल में शामिल न होने के बाद यह माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। मिथिला क्षेत्र में एनडीए की मजबूत पकड़ और ब्राह्मण नेतृत्व की जरूरत उनके पक्ष में जाती है।
जनक राम और संजीव चौरसिया का नाम भी रेस में
दलित वर्ग से पूर्व मंत्री जनक राम का नाम भी चर्चा में है। मंत्रिमंडल से बाहर रहने के बावजूद संगठन में उन्हें बड़ी भूमिका मिलने की अटकलें लगाई जा रही हैं। माना जा रहा है कि यूपी की तर्ज पर बिहार में भी दलित प्रदेश अध्यक्ष का प्रयोग किया जा सकता है। वहीं ओबीसी वर्ग से दीघा के विधायक संजीव चौरसिया का नाम भी सामने आ रहा है। संघ और पार्टी से उनका पुराना जुड़ाव रहा है। मंत्री न बनाए जाने के बाद यह चर्चा है कि संगठन में उन्हें अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। उनका परिवार लंबे समय से संघ से जुड़ा रहा है।

