Bihar: बिहार बीजेपी को मिला नया मुखिया, संजय सरावगी बने प्रदेश अध्यक्ष

Neelam
By Neelam
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बिहार की राजनीति में कई बदलाव देखने को मिल रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसके बाद सोमवार को बिहार भाजपा संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए संजय सरावगी को राज्य की कमान सौंप दी है। दरभंगा से विधायक संजय सरावगी को पार्टी ने बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। वह दिलीप जयसवाल की जगह लेंगे।

संजय सरावगी बिहार के दरभंगा जिले से भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। संजय जायसवाल दरभंगा सदर विधानसभा क्षेत्र से लगातार कई बार विधायक रहे हैं और मिथिला क्षेत्र में अपनी मजबूत पैठ के लिए जाने जाते हैं। उनका राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू हुआ और आज वे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की भूमिका तक पहुंचे हैं।  अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में भी रहे, जो कि बीजेपी का विद्यार्थी संगठन है।

दिलीप कुमार जायसवाल की जगह पार्टी की कमान

बता दें कि बीजेपी में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के सिद्धांत की परंपरा है। इसके तहत वर्तमान में उद्योग मंत्री बने दिलीप कुमार जायसवाल से प्रदेश अध्यक्ष का पद लेकर किसी और ट्रांसफर करने की चर्चा चल रही थी। बीजेपी ने इसी को ध्यान में रखकर संजय सरावगी को बिहार बीजेपी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है।

मिथिलांचल में पैठ मजबूत करने पर फोकस

संजय सरावगी की नियुक्ति का सबसे साफ राजनीतिक संदेश ये है कि बीजेपी अब मिथिलांचल क्षेत्र में अपनी सांगठनिक और चुनावी पैठ को चरम पर ले जाना चाहती है। संजय सरावगी दरभंगा शहर के विधायक हैं और इस क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। ये इलाका पारंपरिक रूप से अन्य दलों का मजबूत गढ़ रहा है, जिसे भेदने के लिए बीजेपी ने एक मजबूत चेहरा आगे किया है। पार्टी का मानना है कि नए अध्यक्ष के नेतृत्व में मिथिलांचल की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत सुनिश्चित की जा सकती है, जिसका असर आगामी चुनावों में जरूर दिखेगा।

कौन हैं संजय सरावगी?

संजय सरावगी जन्म 1969 में हुआ था। उन्होंने मिथिला विश्विद्यालय से एमए तक की पढ़ाई की है। संजय की राजनीतिक शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई थी। इसके बाद उन्होंने 2003 में नगर निगम में वार्ड नम्बर 6 से वार्ड पार्षद का चुनाव जीतकर पहली बार वार्ड पार्षद बने थे। संजय सरावगी ने फरवरी 2005 में और फिर अक्तूबर 2005 में, फिर 2010 में दरभंगा से निकटतम राजद उम्मीदवार को 26,000 मतों के अंतर से हराकर दरभंगा के नगर विधायक बने थे। उसके बाद से लगातार विधायक बने हुए है।

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