डिजिटल डेस्क/रांची: पलामू जिले के पाटन थाना क्षेत्र स्थित हिसरा बरवाडीह गांव में जंगली फल ‘बगडेरा’ खाने से सात बच्चे गंभीर रूप से बीमार हो गए। फल खाने के आधे घंटे बाद ही बच्चे एक-एक कर बेहोश होने लगे, जिससे गांव में हड़कंप मच गया। परिजनों और ग्रामीणों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
घटना की जानकारी के अनुसार, सभी बच्चे अपने माता-पिता के साथ धान के खेत में गए थे। खेलते-खेलते उन्होंने आसपास के जंगली पौधे से फल तोड़कर खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर चार बच्चों—सलोनी कुमारी, सृष्टि कुमारी, विसमय कुमार और प्रीतम कुमार—को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एमएमसीएच) में भर्ती कराया गया, जबकि शेष तीन का इलाज मेदिनीनगर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
चिकित्सकों ने बताया कि समय पर इलाज मिलने से सभी बच्चों की हालत अब स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं। सभी होश में आ चुके हैं और निगरानी में रखे गए हैं। एमएमसीएच पुलिस आउटपोस्ट के एएसआई पुष्पा डोडराय और जवान महेंद्र कुमार ने पुष्टि की कि बच्चों ने विषैले जंगली फल खाया था। डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रख रही है।
गौरतलब है कि पलामू क्षेत्र में पहले भी जेट्रोफा जैसे विषैले जंगली फलों के सेवन से ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीणों, खासकर बच्चों को अज्ञात जंगली फलों से दूर रहने की सलाह दी जानी चाहिए। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

