मिरर मीडिया : सूबे की हेमंत सरकार ने जब से अवैध खनन और कोयला तस्करी पर शिकंजा कसते हुए कार्रवाई के निर्देश दिये हैं तब से धनबाद में कोयले तस्करी करने वालों के बीच खलबली मची हुई है। आलम ये है कि दबे पांव धनबाद से कोयला तस्कर में संलिप्त लोग धनबाद छोड़कर निकल गए और कुछ निकल रहें हैं। हालांकि धनबाद को छोड़ना स्थायी रूप से नहीं कहा जा सकता।
सूत्रों कि माने तो करीबन 40 ऐसे तस्कर हैं जिन्होंने फिलहाल धनबाद छोड़ कर बाहर निकल चुके हैं हालांकि कोई छुट्टी बिताने के नाम से तो कोई कुछ और काम से, या फिर कार्रवाई के डर से कोई गोवा, कोई काठमांडू तो कोई बैंकाक में अड्डा जमाए हुए हैं। इधर कई तस्करों का या तो फोन स्विच ऑफ बता रहा है और कई का नॉट रीचेबल बता रहा है।
वहीं इसी बीच ऐसे तस्कर जो अचानक धनबाद से गायब हो गए हैं CID उनकी कुंडली खंगाल रही है जबकि ED भी इसपर अपनी पैनी नजर बनाए रखी हुई है। यहाँ यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि कोयले की काली कमाई को नवाबी ठाठ में तस्कर इन जगहों पर उड़ा रहें है। बहरहाल जो भी है वर्षो से कोयले और अवैध खनन की काली कमाई पर सरकार का चाभूक चलना और कबतक इसका पूर्णरूप से पटापेक्ष कर तस्करी का अवैध धंधा को स्थायी रूप से बंद कर राजस्व की क्षति पर लगाम लगाते हुए सुचारु करवाना, ये समय ही बताएगा।