शिक्षकों को छात्रों को कार्यस्थल के लिए तैयार करना चाहिए

Anupam Kumar
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जमशेदपुर। 21वीं सदी के कौशल एक आवश्यकता के तहत करीम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर के महिला प्रकोष्ठ द्वारा एक ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसका विषय था-“जेंडर एंड वर्कफोर्स: इंडस्ट्रियल एक्सपेक्टेशंस एंड एजुकेशनल अटेनमेंट”। अतिथि वक्ता ज्ञान दिशा फाउंडेशन की संस्थापक निदेशक शालिनी सहाय थीं। उन्होंने लिंग और कार्यबल संतुलन और लिंग पूर्वाग्रह के बारे में बात की जो कार्यबल में मौजूद है और इससे कैसे निपटें। उन्होंने बताया कि कैसे मिश्रित कार्यस्थल उत्पादकता बढ़ाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि शिक्षकों को छात्रों को कार्यस्थल के लिए तैयार करना चाहिए। दूसरी भाषा के रूप में अंग्रेजी, संख्यात्मक कौशल और महत्वपूर्ण सोच छात्रों की रोजगार क्षमता को बढ़ाती है। छात्रों को अपनी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए 21वीं सदी के कौशल से लैस किया जाना चाहिए। यह एक व्यापक कवरेज था जिससे छात्रों को लाभ हुआ। कार्यक्रम का संचालन महिला प्रकोष्ठ की सदस्य डॉ. बसुधारा राय ने किया। स्वागत भाषण महिला प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ. कौसर तसनीम ने दिया। इस कार्यक्रम में डॉ अनवर शाहब, डॉ. संध्या सिन्हा, डॉ. शशि प्रभा और डॉ. फरजाना अंजुम ने भाग लिया।

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