नदी और जैव विविधता का संरक्षण हमारा नैतिक कर्तव्य – डॉ. रंजीत

Anupam Kumar
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जमशेदपुर। नदी और जैव विविधता का संरक्षण हमारा नैतिक कर्तव्य – डॉ. रंजीत जमशेदपुर। वर्कर्स कॉलेज द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव बड़े धूम-धाम से मनाया जा रहा । इस निमित्त महाविद्यालय द्वारा विभिन्न विषय-विशेषज्ञों के साथ भिन्न-भिन्न विषयों को लेकर निरंतर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं । आज व्याख्यान माला श्रृंखला के सातवें दिन “मानव जीवन : “नदी और जैव विविधता का महत्व” विषयक व्याख्यान आयोजित किए गए । व्याख्यान को मुख्य वक्ता रूप में सिद्धू-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका के स्नातकोत्तर भूगर्भ शास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ० रंजीत कुमार सिंह ने संबोधित किया । उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि नदियां अपने संपूर्ण जीवन में मनुष्य के समान ही तीन अवस्थाओं यथा युवावस्था, प्रोढावस्था एवं वृद्धावस्था से होकर गुजरती है ।अगर मानव नदियों के प्रवाह को बांध निर्माण कर अवरोधित न करें तो नदियों स्वयं अपने क्षमतानुसार अपनी अविरल प्रवाह से प्रदूषण मुक्त हो जाएंगी । हम मानव समुदाय को बहुत ज्यादा कुछ करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी । महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० सत्यप्रिय महालिक ने व्याख्यान माला श्रृंखला की सातवें कड़ी का उद्घाटन करते हुए अपने स्वागत वक्त में मुख्य वक्ता का स्वागत किया एवं कार्यक्रम के सफल आयोजन की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए व्याख्यान माला श्रृंखला के आठवें संस्करण की रुपरेखा प्रस्तुत की । कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन भूगोल विभाग के प्राध्यापक सह कार्यक्रम समन्वयक प्रो० भवेश कुमार ने एवं धन्यवाद ज्ञापन अंग्रेजी विभाग की प्राध्यापक डॉ० प्रीतिबाला सिंहा ने की । इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक, प्रधान लिपिक, शिक्षकेत्तर कर्मी, छात्र प्रतिनिधि सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।

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