एनडीए के संख्या बल की अनदेखी कर दिलायी शिबू सोरेन को शपथ
मिरर मीडिया : झारखंड के पूर्व राज्यपाल सैयद सिब्ते रजी का शनिवार को निधन हो गया। लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर में उन्होंने अंतिम सांस ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में वह हृदय रोग का इलाज करा रहे थे। रजी के निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत झारखंड के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।

पुराने कांग्रेसी और गांधी परिवार के करीबी सैयद सिब्ते रजी वर्ष 2005 में झारखंड के राज्यपाल थे। मार्च 2005 में उन्होंने एनडीए के संख्या बल की अनदेखी कर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन को सरकार बनाने का न्योता दिया था। हालांकि, भाजपा की शिकायत पर राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम के हस्तक्षेप से राज्यपाल रजी के फैसले को बदला गया। वही उनके राजनीतिक जीवन की बात करे तो उत्तर प्रदेश प्रदेश कांग्रेस के महासचिव रहे सिब्ते रजी तीन बार उच्च सदन के लिए चुने गये थे। वर्ष 1980 से 1985, वर्ष 1988 से 1992 और वर्ष 1992 से 1998 तक राज्यसभा के सदस्य रहे। इस तरह तीन बार राज्यसभा के लिए चुने गये। गांधी परिवार के करीबी रहे सिब्ते रजी को वर्ष 2004 में झारखंड का राज्यपाल बनाया गया।